MP News: पुलिस इंस्पेक्टर से धोखाधड़ी, क्रेडिट कार्ड लिमिट बढ़ाने के नाम पर खाते से उड़ाए 2 लाख

MP News: ठगों ने क्रेडिट कार्ड की लिमिट बढ़ाने के नाम पर 2 लाख रुपए पुलिस इंस्पेक्टर के खाते से उड़ा दिए हैं. ठगी का पता चलने पर पुलिसकर्मी ने इसकी शिकायत पुलिस थाने में की है.
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पुलिस इंस्पेक्टर हो गए धोखाधड़ी का शिकार

MP News: इन दिनों देश-विदेश में हर जगह कई लोग धोखाधड़ी का शिकार हो रहे हैं. मध्य प्रदेश पुलिस के सब इंस्पेक्टर को साथ भी ऐसा ही कुछ हो गया है. दरअसल, ग्वालियर में पुलिस ट्रेनिंग स्कूल तिघरा में पदस्थ एक सब इंस्पेक्टर धोखाधड़ी का शिकार हो गए हैं. ठगों ने क्रेडिट कार्ड की लिमिट बढ़ाने के नाम पर 2 लाख रुपए उनके खाते से उड़ा दिए हैं. ठगी का पता चलने पर पुलिसकर्मी ने इसकी शिकायत पुलिस थाने में की है. वहीं साइबर क्राइम ब्रांच पुलिस ने मामला दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है.

कार्ड डिलीवर करने के बहाने मांगा OTP

दरअसल, हजीरा स्थित सागरताल रोड मदन कुई में रहने वाले संतोष शर्मा तिघरा स्थित पुलिस ट्रेनिंग स्कूल में पदस्थ हैं. उन्होंने इंडसइंड बैंक से क्रेडिट कार्ड बनवाया था. क्रेडिट कार्ड के लिए उनके पास कॉल आया कि कार्ड ग्वालियर में डिलीवर नहीं हो पाएगा. कंपनी ने पॉलिसी बताते हुए भोपाल का पता मांगा. जिस पर उन्होंने एक आरक्षक शशिकांत दुबे का भोपाल का पता नोट करा दिया. संतोष के पास कॉल आया कि उनका कार्ड डिलीवर करने के लिए भोपाल के पते पर पहुंचे हैं. उनके पास कार्ड डिलीवर का एक ओटीपी आएगा. संतोष के मोबाइल पर ओटीपी आया तो उन्होंने बता दिया. अभी कार्ड उनको मिला भी नहीं था कि उनके पास कॉल आना शुरू हो गए. कॉल करने वाले क्रेडिट लिमिट बढ़वाने का ऑफर देने लगे. इस पर संतोष ने उनको बताया कि अभी तक कार्ड उन्हें नहीं मिला है. अभी वह कैसे बता दें कि लिमिट बढ़वाना है या नहीं.

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साइबर क्राइम सेल ने शुरू की जांच

संतोष के पास लगातार दो दिन क्रेडिट लिमिट बढ़ाने के लिए कॉल आए तो उन्होंने इंटरनेट से कस्टरमर केयर का नंबर सर्च कर कॉल लगाया. वहां से कॉल रिसीव करने वाले ने पूरी जानकारी वेरीफाई की. इसके बाद उनको बताया गया कि उनके खाते से 1 लाख 99 हजार 920 रुपए निकल गए है. इसका पता चलते ही सब इंस्पेक्टर संतोष शर्मा बैंक पहुंचे और सबसे पहले अपना कार्ड ब्लॉक कराया. उसके बाद बैंक से शिकायत की. शिकायत के बाद बैंक प्रबंधन ने उनसे साइबर सेल में शिकायत करने को कहा तो वह साइबर सेल पहुंचे और मामले की शिकायत की. जिस पर साइबर क्राइम सेल ने धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर जहां शुरू कर दी है.

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