MP News: लड़की को लगी बाल खाने की आदत, पेट से निकला आधा किलो से ज्यादा बालों का गुच्छा

MP New: इस बीमारी को ट्रीकोबेजोर कहा जाता है इसमें मरीज कुछ मानसिक विकृतियों की वजह से बचपन से ही अपने ही बाल खाने लगता है.
After 2 hours of hard work, more than half a kilo of hair came out.

2 घंटे की मशक्कत के बाद आधा किलो से भी ज्यादा बालों का गुच्छा निकला.

MP New: हम जब खाना खाते हैं तो हमारे खाने में अगर बाल का एक छोटा सा टुकड़ा भी आ जाता है तो खाने के उस निवाले को हमें बाहर ही करना पड़ता है. लेकिन रीवा जिले में एक ऐसा अजीबोगरीब मामला सामने आया है जहां एक किशोरी को लंबे समय से बाल खाने की आदत थी नतीजा यह हुआ कि डॉक्टरों ने जब उपचार किया तो लड़की के पेट से 750 ग्राम का बाल का गुच्छा निकला.

लगातार परेशान हो रही थी किशोरी

दरअसल रीवा जिले के एक अजीब मामला सामने आया जिसमें एक किशोरी को लगातार बाल खाने से उसके पेट में बालों का बड़ा गुच्छा जमा हो गया. इससे पेट में दर्द, गैस, पेट फूलना और उल्टियां हो रही थी लगातार कई जगह डॉक्टर को दिखाने के बाद पेट का दर्द उल्टियां ठीक नहीं हुई और उसकी हालत बिगड़ती जा रही थी. लड़की सतना जिले की उचेहरा की रहने वाली सीमा साहू है जिसको बाल खान की आदत थी. उसके परिजन रीवा लेकर आए जहां उसकी रीवा के नेशनल हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया. डॉक्टर अखिलेश पटेल के निर्देशन में बच्ची का इलाज शुरू हुआ और डॉक्टर ने आनन-फानन ऑपरेशन करने का निर्णय लिया. लगभग 2 घंटे की मशक्कत के बाद आधा किलो से भी ज्यादा बालों का गुच्छा निकला दूरबीन से जांच कर यह पता लगाया गया था कि उसके पेट में बालों का गुच्छा भरा हुआ है. जिससे वह खाना और पानी नहीं ले पा रही जांच के दौरान यह भी पता चला की बच्ची को हार्ट की गंभीर समस्या है विशेषज्ञों की सलाह ली गई. 2 घंटे के जटिल ऑपरेशन के बाद पेट से बालों का एक बड़ा गुच्छा निकल गया ऑपरेशन के बाद मरीज को आईसीयू में रखा गया जो अब पूरी तरह स्वस्थ है.

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विशेष प्रकार की होती है यह बीमारी

डॉक्टर यह भी बताते हैं की इस बीमारी को ट्रीकोबेजोर कहा जाता है इसमें मरीज कुछ मानसिक विकृतियों की वजह से बचपन से ही अपने ही बाल खाने लगता है. बाल पच ना पाने के कारण पेट में एकत्रित होने लगता है और वह एक बड़ा गुच्छा बन जाता है और मरीज सामान्य खान और पानी भी नहीं ले पता उसे उल्टियां होने लगती है. पेट फूलना पेट दर्द जैसी समस्या उत्पन्न होने लगती इस स्थिति में मरीज का ऑपरेशन ही एकमात्र इलाज रह जाता है.

पहले भी हो चुके है ऐसे केस

यह पहली बार ऐसा नहीं है कि किसी के बाल खान की बीमारी सामने आई है पहले भी कई मामले ऐसे आ चुके है. जिन्हें लंबे समय से अपने ही बोल खान की आदत थी और डॉक्टरों ने ऑपरेशन कर बाहर निकाला हो, सतना जिले के चित्रकूट में भी एक ऐसा ही मामला आया था. जिसमें 1 किलो के लगभग पेट से बाल का बड़ा टुकड़ा निकाला गया था जिसमें एक लड़के को लंबे समय से बाल खान की आदत थी. यह बीमारी मानसिक रोगों से ग्रसित व्यक्तियों में होती है जो मानसिक तौर पर स्वस्थ नहीं होते उन्हें शरीर के ही बाल खाने की आदत हो जाती है जो धीरे-धीरे पेट के अंदर एक बड़ा गुच्छा बन जाता है.

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