MP News: Rewa में कांग्रेस के शहर कार्यालय सहित 6 दुकाने, 1 कार्यालय,1 एक होटल, 1 मैरिज गार्डेन पर नगर निगम ने जड़ा ताला, सम्पत्तिकर बकाया होने का आरोप

MP News: शहर कांग्रेस की सारी पत्रकार वार्ता प्रमुख गतिविधियां यहीं से संचालित की जाती थी. वर्तमान में रीवा नगर निगम का महापौर भी कांग्रेस पार्टी का है.
Municipal Corporation Rewa took strict action against the defaulters and took action of locking their shops/office buildings/hotels.

नगर निगम रीवा ने बकायादारों के खिलाफ सख्त कदम उठाते हुए उनकी दुकानों/कार्यालय भवन/होटल पर तालाबंदी की कार्रवाई की.

MP News: नगर रीवा इन दिनों अपने बकाया दारो के खिलाफ सख्त रवैया अपना रहा है खासतौर से संपत्तिकर को लेकर जिसके चलते पहले उन पर कार्रवाई हो रही है. जिनके ऊपर कई लाखों का संपत्ति कर बकाया है नगर निगम रीवा ने बकायादारों के खिलाफ सख्त कदम उठाते हुए उनकी दुकानों/कार्यालय भवन/होटल पर तालाबंदी की कार्रवाई की.

इन पर की गई कार्रवाई

जिसमें प्रमुख है वार्ड क्र. 04 में सुमित्रा मैरिज हॉल संपत्तिकर बकाया राशि रू. 237320/-, वार्ड क्र. 16 प्रकाश कुमार कछवाहा होटल हरिओम संपत्तिकर बकाया राशि राशि रू. 395308/-, वार्ड क्र. 04 राजीव लोचन द्विवेदी सम्पत्तिकर बकाया राशि रू. 101033/- एवं श्रीमती रामप्यारी पति प्रयागदत्त कार्यालय काग्रेस संपत्तिकर बकाया राशि रू. 209588/- न जमा किये जाने पर सील किया गया.

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इसमें सबसे अंत वाला नाम श्रीमती रामप्यारी पति प्रयाग दत्त फिलहाल शहर के कांग्रेस कार्यालय के लिए इस्तेमाल किया जाता था. शहर कांग्रेस की सारी पत्रकार वार्ता प्रमुख गतिविधियां यहीं से संचालित की जाती थी. वर्तमान में रीवा नगर निगम का महापौर भी कांग्रेस पार्टी का है. उसके बाद भी नगर निगम ने यह कदम उठाया है. नगर निगम के द्वारा यह कदम उन भवन स्वामियों के खिलाफ उठाया गया है, जिन्होंने लंबे समय से संपत्तिकर का भुगतान नहीं किया है.

समय सीमा खत्म होने के बाद भी नहीं हुआ भुगतान

वहीं इस पूरी कार्रवाई पर नगर निगम का कमिश्नर सौरभ वानखेड़े  का कहना है कि, इसका उद्देश्य शहर में संपत्तिकर संग्रहण को बढ़ावा देना और बकायादारों को नियमित रूप से कर का भुगतान करने के लिए प्रेरित करना है. निगम ने पहले ही बकायादारों को नोटिस जारी कर चेतावनी दी थी, लेकिन समय सीमा समाप्त होने के बाद भी कर का भुगतान नहीं होने पर यह सख्त कदम उठाया गया है. बकायादारों के विरूद्ध यह कार्रवाई निगम आयुक्त के निर्देशों पर लगातार जारी रहेगी. पूरे मामले को लेकर हमने नगर निगम के संपत्ति कर अधिकारी और नगर निगम कमिश्नर से बात की सुनिए उनका क्या कुछ कहना है.

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