MP News: इंदौर में 6 लाख रुपए कीमत की 30 ग्राम एमडी ड्रग्स के साथ 2 आरोपी गिरफ्तार, युवती को ड्रग्स सप्लाई करने वाले थे, लेकिन पहले ही पकड़े गए

MP News: पुलिस ने दोनो का रिमांड लिया है. पुलिस दोनो के आगे की कड़ी पकड़ने के उद्देश्य से उन्हें शाजापुर लेकर गई है.
The police is continuously running a campaign to arrest drug peddlers.

पुलिस लगातार ड्रग्स पैडलरों पर लगाने के लिए के लिए अभियान चला रही है.

MP News: इंदौर में नारकोटिक्स पुलिस ने बड़ी सफलता हासिल करते हुए 2 ड्रग्स पैडलरों को 6 लाख रुपए कीमत की 30 ग्राम एमडीएमए ड्रग्स बरामद की है. आरोपी सन्नवर और जावेद खान ड्रग्स की डिलीवरी करने शाजापुर से इंदौर आए थे, लेकिन यहां मांगलिया फ्लाई ओवर पर दोनों नारकोटिक्स पुलिस के हत्थे चढ़ गए.

आरोपियों ने जुर्म कबूला

पूछताछ में दोनों ने कबूल किया है कि वे राजस्थान से ये ड्रग्स लेकर आए थे. यह ड्रग्स इंदौर में एक युवती को सप्लाई की जाना थी, लेकिन पहले ही दोनों पकड़े गए. इसके अलावा दोनों ने कबूल किया है कि वे पहले भी इंदौर में कई रेव पार्टीज में ड्रग्स सप्लाई कर चुके हैं.

यह भी जानकारी सामने आई है कि ड्रग्स की यह डिलीवरी देने के लिए कोई युवती इंदौर आने वाली थी, लेकिन वह नही आई और उसने इन दोनों को भेज दिया. पुलिस ने दोनो का रिमांड लिया है. पुलिस दोनो के आगे की कड़ी पकड़ने के उद्देश्य से उन्हें शाजापुर लेकर गई है. पुलिस उस युवती की तलाश में भी जुटी है, जिसे ये ड्रग्स डिलीवर की जाना थी.

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पुलिस लगातार चला रही है Operation Eagle Claw

बता दें कि पुलिस लगातार ड्रग्स पैडलरों पर लगाने के लिए के लिए अभियान चला रही है, लगातार कार्रवाई जारी है. पिछले दिनों ने पुलिस ने ढाई सौ ड्रग्स पेडलरो को पकड़कर सलाखों के पीछे पहुंचा दिया. इसमें पुलिस की आंखे बनी है आम जनता जो पुलिस को फोन लगाकर ड्रग्स पेडलरों की जानकारी दे रही है. ड्रग्स के खिलाफ इंदौर पुलिस ने ऑपरेशन ईगल क्लॉ यानी चील का पंजा शुरू किया है. उसमे चील की भूमिका में पुलिस है और उसका शिकार ड्रग्स पेडलर है. ड्रग्स पेडलरो को पकड़ने के लिए पुलिस ने जनता से मदद मांगते हुए इसके लिए बकायदा हेल्पलाइन नंबर 7049108852 जारी कर हेल्प डेस्क भी बना दिया. शहर का कोई भी आम नागरिक इस नंबर पर कॉल कर ड्रग्स बेचने या उपयोग करने वाले की जानकारी दे सकता है. शिकायतकर्ता का नाम गुप्त रहेगा, क्योंकि इस नंबर पर आने वाली शिकायते डीसीपी स्तर का अधिकारी हैंडल करेगा. यदि किसी पुलिसकर्मी ने शिकायतकर्ता को जानकारी आउट की तो वह पुलिसकर्मी सदैव के लिए पुलिस विभाग से आउट कर दिया जायेगा.

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