MP News: इंदौर के प्रिंस स्टेट टाउनशिप के कोलोनाइजरों के खिलाफ मामला दर्ज, पूरे पैसे लेने के बाद भी प्लॉट का पजेशन नहीं देने का आरोप

Indore Princes State colony: जांच में पाया कि फैनी कांन्स्ट्रेक्शन और वीटेक मार्कोन प्रायवेट लिमिटेड नाम से कंपनी बनाकर एमआर-11 स्थित भूमि पर प्रिंसेस स्टेट नाम की कॉलोनी विकसित की गई. लेकिन पैसे लेने के बाद भी प्लाट नही दिए गए.
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Indore crime news: इंदौर के लसूडिय़ामोरी स्थित चर्चित कॉलोनी प्रिंसेस स्टेट के भूमाफियाओं के खिलाफ मामला दर्ज किया है. कोलोनाइजरों पर आरोप है की इन्होंने लोगों से रुपए ले लिए, लेकिन प्लॉट नहीं दिए. अब इस मामले में पीड़ितों द्वारा शिकायत करने पर लसूडिय़ा पुलिस ने तीन बिल्डरों अरुण डागरिया, महेंद्र जैन और अतुल सुराणा के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है.

यह है पूरा मामला

दरअसल तीन बिल्डरों पर यह आरोप है कि इन बिल्डरों ने 24 से ज्यादा लोगों से पैसा लेकर वर्ष 1998 से अब तक प्लॉट नहीं दिए, जबकि उन्हें कालोनी में तमाम सुविधाएं होने को लेकर सपने दिखाए थे. सपना मात्र सपना ही रह गया वह हकीकत में नही बदल पाया. लोगों ने कई बार कोशिश की लेकिन इन बिल्डरों ने ना तो पैसे वापस किए और ना ही प्लॉट नहीं दिए गए.

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धोखाधड़ी की धाराओं पर दर्ज किया गया केस

सीपी विजयनगर कृष्ण लालचंदानी ने बताया कि थाना लसूडिय़ा में एमआर-11 पर स्थित जमीन पर प्रिंसेस स्टेट कॉलोनी काटकर आम लोगों को प्लॉट बेचकर उनसे रुपया लिया, लेकिन प्लॉट नहीं दिए. जांच में पाया कि फैनी कांन्स्ट्रेक्शन और वीटेक मार्कोन प्रायवेट लिमिटेड नाम से कंपनी बनाकर एमआर-11 स्थित भूमि पर प्रिंसेस स्टेट नाम की कॉलोनी विकसित की गई. इसके बाद मार्केटिंग की, जिसमें 24 लोग प्लॉट खरीदने आए. उनसे फैनी कन्स्ट्रक्शन के डायरेक्टर अरूण डागरिया और महेन्द्र जैन तथा वीटेक मार्कोन प्रायवेट लिमिटेड कंपनी के डायरेक्टर अतुल सुराना ने रुपया लिया और प्लॉट दिखाए, लेकिन दिए नहीं. वे झूठे सपने दिखाते रहे कि कॉलोनी को सर्वसुविधा संपन्न बनाएंगे, लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ. 1998 से आज तक रुपया जमा करने वाले भटक रहे हैं. कुछ दिनों पूर्व पीडित लसूडिय़ा थाने पहुंचे और शिकायत की. जांच के बाद कल डागरिया, जैन और सुराणा पर धोखाधड़ी की धारा 420 और षड्यंत्र की धारा 120 बी के तहत एफआईआर दर्ज की गई.

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