MP News: प्री मानसून के बीच प्रदेश की जनता को लगा तगड़ा झटका, बढ़ गए सब्जियों के दाम

Jabalpur News: बारिश से गर्मी से भले ही राहत मिली है. लेकिन कुछ दिनों पहले पड़ी भीषण गर्मी ने आमलोगों के किचिन का जायका तो बिगाड़ ही दिया है.
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गर्मी तेज होने कारण हरी सब्जियों के दाम बढ़ गए हैं.

Vegetable prices increased: प्री मानसून के आने से भीषण गर्मी से जरूर थोड़ी सी राहत मिली है. लेकिन बाजार में गर्मी का असर उसी तरह से देखा जा रहा है. जबलपुर में भी सब्जियों के दाम आसमान छूने लगे हैं खासतौर पर किचन की शान बढ़ने वाला टमाटर भी आम आदमी की पहुंच से दूर हो गया है. जबलपुर में टमाटर के दाम 80 से ₹100 किलो तक हो चुके हैं थोक मंडी में 60 से 70 रुपए किलो तक बिक रहा है. जिसकी वजह से लोगों ने अब टमाटर खाना लगभग छोड़ ही दिया है. वहीं इतने महंगे टमाटर होने के बावजूद भी टमाटर की क्वालिटी बेहद घटिया आ रही है. इतना ही नहीं बाजार में मिलने वाली बाकी सब्जी भी 60 से 80 रुपए किलो तक बिक रही है. जबलपुर सब्जी मंडी में सबसे सस्ती सब्जी लौकी है लेकिन वह भी 30 से ₹40 किलो तक बिक रही है. हालत यह बन गए हैं कि लोगों ने अब सब्जी खरीदना ही काम कर दिया है जो 2 किलो टमाटर खरीदते थे वह आधा किलो में ही काम चला रहे हैं.

गर्मी का असर अब तक दिखाई दे रहा

दरअसल बारिश से गर्मी से भले ही राहत मिली है. लेकिन कुछ दिनों पहले पड़ी भीषण गर्मी ने आमलोगों के किचिन का जायका तो बिगाड़ ही दिया है. साथ ही किसाने की चिंता की लकीरों को भी बढ़ा दिया है. इस बदलाव का असर लोगों की जेबों पर भी पड़ने वाला है.  45 डिग्री की गर्मी के इस मौसम में फसलों को बुरी तरह से चौपट कर दिया है. खासतौर से टमाटर और शिमला मिर्च, हरी मिर्च के इलावा कई तरह की फसल पूरी तरह से खराब हो गई है. जिसकी वजह से मंडी में बिकने वाला टमाटर भी नदारत हो गया है कुछ दुकानों में टमाटर देखने को मिल रहे हैं तो उनके दाम 60 रुपये किलो से लेकर 80 किलो तक बिक रहा है. केवल टमाटर ही नहीं बल्कि जबलपुर के सब्जी बाजार में शिमला मिर्च,लौकी, आलू प्याज,अदरक,लहसुन, गोभी, के दाम भी आसमान छू रहे हैं जबलपुर के बाजार में ₹40 किलो से नीचे कोई भी सब्जी नहीं बिक रही है.

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अपनी किस्मत को कोस रहे किसान

भीषण गर्मी से हुए नुकसान के बाद अब किसान अपनी किस्मत को कोस रहे हैं उन्हें यह चिंता सता रही है कि गर्मी के चलते हुए नुकसान की भरपाई आखिर अब कैसे होगी. टमाटर और शिमला मिर्च की फसल में काफी लागत आती है लेकिन मौजूदा हालातों को देखकर लगता कि अब फसलों की लागत भी नहीं निकल पाएगी। फसलों में गर्मी और बारिश के बाद वर्ड फ्लाई नाम का कीट तेजी से हमला कर रहा है यह देखकर किसानों को लगता है कि अब उनकी फसल पूरी तरह नष्ट हो जाएगी वहीं दुकानदारों का कहना है कि टमाटर के दामों में आई तेजी से व्यापार में अभी बेहद फर्क पड़ा है भीषण गर्मी की वजह से ग्रामीणों से आने वाली सब्जी मार्केट में नहीं आ रही है. पूरे ही वजह है कि बाहर से आने वाला टमाटर बेहद महंगा है। 60 किलो से लेकर 80 रुपए किलो तक टमाटर बिक रहा है. दुकानदारों को कहना है कि टमाटर के साथ-साथ बाकी सब्जियां भी आसमान छू रही है. इस कारण इसका असर अब लोगो जे घर के बजट में दिखाई दे रहा है जो ग्राहक पहले 2 किलो टमाटर लेकर जाता था अब वह आधा किलो में ही सीमित हो गया है जिसकी वजह से व्यापार में भी असर दिखाई दे रहा है.

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