जहरीले कचरे के जलने से पहले जीतू पटवारी ने दी पूरे तंत्र को चुनौती, पीथमपुर में 24 थानों की पुलिस तैनात

MP News: मध्य प्रदेश के पीथमपुर में यूनियन कार्बाइड के जहरीले कचरे के जलने से पहले MP PCC चीफ जीतू पटवारी ने CM मोहन यादव और पूरे तंत्र को चैलेंज दिया है. साथ ही सार्वजनिक माफी मांगने की बात भी कही है. जानें पूरा मामला-
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PCC चीफ जीतू पटवारी ने किया पोस्ट

MP News: मध्य प्रदेश के धार जिला स्थित पीथमपुर (Pithampur) में 28 फरवरी से जहरीले कचरे को जलाने की प्रक्रिया शुरू हो रही है. हाई कोर्ट के आदेश के बाद शुक्रवार सुबह 10 बजे से पीथमपुर में यूनियन कार्बाइड फैक्ट्री (Union Carbide Waste) के जहरीली कचरे को जलाने का ट्रायल शुरू होगा. इससे पहले सुबह-सुबह MP PCC चीफ जीतू पटवारी ने CM डॉ. मोहन यादव और सरकार के पूरे तंत्र को चुनौती दी है.

पीथमपुर में आज से जलेगा यूनियन कार्बाइड का जहरीला कचरा

पीथमपुर की रि-सस्टेनेब्लिटी कंपनी (पूर्व में रामकी) परिसर में सुबह 10 बजे से यूनियन कार्बाइड फैक्ट्री के जहरीली कचरे को जलाने की प्रक्रिया शुरू होगी. ट्रायल के पहले चरण के तहत करीब 72 घंटे में 10 टन कचरा जलाया जाएगा.

PCC चीफ ने दी चुनौती

इसे लेकर MP PCC चीफ जीतू पटवारी ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट करते हुए पूरे तंत्र को चुनौती दी है. उन्होंने X पर लिखा-‘पीथमपुर और इंदौरवासियों, मैं फिर मुख्यमंत्री और BJP सरकार के पूरे तंत्र को चुनौती देता हूं. यदि यूनियन कार्बाइड के कचरे में जहर नहीं है, तो रामजी कंपनी के आसपास के 10 किमी क्षेत्र में पानी की जांच करवा ले, यदि कैंसर के तत्व नहीं मिले, तो मैं सार्वजनिक माफी मांग लूंगा.’

https://twitter.com/jitupatwari/status/1895303174501867975

उन्होंने आगे लिखा- ‘CM डॉ. मोहन यादव की सरकार याद रखे कोर्ट की आड़ लेकर जनभावना को जिस तरीके से नजरअंदाज किया जा रहा है, उसकी गंभीर कीमत आने वाली नस्लों को चुकानी पड़ेगी. मैं फिर दोहरा रहा हूं इंदौर ने BJP को कई विधायक, सांसद और महापौर दिए, किंतु भाजपा बदले में कैसा जहर दे रही है, ये आने वाली पीढ़ियां बताएंगीं! मैं मुख्यमंत्री, इंदौर के दो-दो मंत्री, कलेक्टर के साथ पूरे सरकारी तंत्र को चुनौती देते हुए फिर कह रहा हूं, मेरे साथ चलें, पानी के सैंपल की जांच कर लें, स्थिति स्पष्ट हो जाएगी.’

पीथमपुर में 24 थानों की पुलिस तैनात

इससे पहले 3 जनवरी को पीथमपुर में यूनियन कार्बाइड फैक्ट्री के जहरीले कचरे के निपटारे को लेकर बवाल हो गया था. कचरे के निष्पादन के विरोध में बड़ी संख्या में भीड़ इकट्ठा हुई. लोगों ने एकजुट होकर जमकर प्रदर्शन किया और कचरे को वापस भेजने की मांग की. इस दौरान प्रदर्शन कर रहे दो लोगों ने आत्मदाह की कोशिश की. राजीव पटेल और संदीप रघुवंशी नाम के युवक ने खुद पर मिट्टी का तेल डालकर आग लगाने की कोशिश की. आग पर तुरंत काबू पाया गया और दोनों युवक को अस्पताल पहुंचाया गया. ऐसे में इस बार सुरक्षा की दृष्टि से पीथमपुर में भारी पुलिस बल तैनात है. इंदौर देहात और धार जिले के 24 थानों से 500 से ज्यादा पुलिसकर्मी यहां तैनात हैं.

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क्या है यूनियन कार्बाइड कचरे की कहानी?

2 दिसंबर 1984 की रात यूनियन कार्बाइड फैक्ट्री (Union Carbide Factory) से जहरीली गैस का रिसाव हुआ था. इस फैक्ट्री में कीटनाशक बनाए जाते थे. यहां से मिथाइल आइसो साइनाइट गैस का रिसाव होने के बाद जहरीली गैस पूरे शहर में फैल गई. देखते ही देखते रातों रात भोपाल में हजारों की संख्या में न सिर्फ इंसान बल्कि पशु और पक्षियों ने भी दम तोड़ दिया. दुनिया की सबसे बड़ी औद्योगिक त्रासदी Bhopal Gas Tragedy को 40 साल बीत चुके हैं. आपदा के बाद भले ही फैक्ट्री बंद हो गई हो लेकिन अब तक कारखाने में जहरीला कचरा मौजूद था, जिसे अब हटाकर डिस्पोज करने के लिए धार जिले के पीथमपुर पहुंचाया गया है.

कारखाने से निकला 5 तरह का कचरा

यूनियन कार्बाईड फैक्ट्री से 5 तरह का जहरीला कचरा निकला है. इसमें-

  • फैक्ट्री की मिट्टी- कारखाने में समेटे गए कचरे के साथ वहां की मिट्टी को भी डिस्पोज करने के लिए इकट्ठा किया गया.
  • रिएक्टर अवशेष- फैक्ट्री में कीटनाशक रिएक्टर बनते थे. इसके बचे हुए अवशेष इकट्ठा किए गए हैं.
  • सेविन अवशेष- यह कीटनाशक का नाम है, जिसका फैक्ट्री में निर्माण होता था. इसे इकट्ठा किया गया है.
  • नेफ्थॉल अवशेष- यहां गैस नेफ्थॉल से बनाई जाती थी, जिसके अवेशष भी एकत्रित किए गए हैं.
  • प्रोसेस के बीच बचा केमिकल शामिल हैं.

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