‘जो सरकार अमन-चैन का माहौल नहीं बना सकती, उसके सत्ता में रहने का औचित्य नहीं…’, मुर्शिदाबाद हिंसा को लेकर सिंधिया का ममता पर हमला

MP News: मुर्शिदाबाद हिंसा को लेकर केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने पश्चिम बंगाल की CM ममता बनर्जी पर हमला बोला है. उन्होंने कहा- 'जो सरकार अमन-चैन का माहौल नहीं बना सकती, उसके सत्ता में रहने का औचित्य नहीं…'
Jyotiraditya_Scindia

केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया

MP News: वक्फ कानून के विरोध में पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में भड़की हिंसा (Murshidabad Violence) को लेकर सियासत भी गरमाई हुई है. इसे लेकर देश भर में राजनीतिक दल बयानबाजी कर रहे हैं. इस बीच केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया (Union Minister Jyotiraditya Scindia) ने इस हिंसा को लेकर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने पश्चिम बंगाल की CM ममता बनर्जी (Mamta Banerjee) पर हमला बोला है. उन्होंने कहा कि जिस प्रदेश की सरकार अमन-चैन का वातावरण नहीं बना सकती, उस प्रदेश की सरकार को सरकार में रहने का कोई औचित्य नहीं है.

मुर्शिदाबाद हिंसा पर बोले ज्योतिरादित्य सिंधिया

केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने इंदौर एयरपोर्ट पर मीडिया से बात करते हुए मुर्शिदाबाद हिंसा को लेकर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने CM ममता बनर्जी पर हमला बोलते हुए कहा-‘जिस प्रदेश की सरकार अमन-चैन का वातावरण नहीं बना सकती, उस प्रदेश की सरकार को सरकार में रहने का कोई औचित्य नहीं है.’

रतलाम में स्थानीय कार्यक्रमों में शामिल होंगे सिंधिया

केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया मध्य प्रदेश दौरे पर हैं. वह शुक्रवार को रतलाम जिले में कई स्थानीय कार्यक्रमों में शामिल होंगे. रतलाम जाने के लिए वह इंदौर एयरपोर्ट पहुंचे. शुक्रवार को सिंधिया रतलाम में अलग-अलग स्थानीय कार्यक्रमों में शामिल होंगे. इनमें एक प्राइवेट स्कूल का कार्यक्रम और जेएमडी पैलेस में सम्मान समारोह शामिल है. मंत्री सिंधिया के साथ प्रदेश के जल संसाधन मंत्री तुलसी सिलावट भी कार्यक्रमों में शामिल होंगे.

ये भी पढ़ें- क्या है सरला मिश्रा डेथ केस? 28 साल बाद फाइल खुलने से दिग्विजय सिंह के लिए खड़ी होगी मुश्किल!

क्या है मुर्शिदाबाद हिंसा?

8 अप्रैल को पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद के जंगीपुर में लोग वक्फ (संशोधन) कानून के खिलाफ प्रदर्शन हो रहा था. इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने सड़क पर जाम लगाने की कोशिश की. पुलिस ने जब उन्हें रोका तो प्रदर्शनकारियों का आक्रोश बढ़ गया. प्रदर्शनकारियों ने वाहनों में तोड़फोड़ की और गाड़ियों पर आग लगा दी. वहीं, जब पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को रोकने की कोशिश की तो उन पर पथराव भी किया गया. पुलिस ने स्थिति को संभालने के लिए भारी बल का प्रयोग किया. साथ ही आंसू गैस के गोले भी दागे. हिंसा भड़कने के बाद मौके पर भारी पुलिस बल तैनात किया गया था.

इस हिंसा को लेकर देश भर में चर्चाएं हो रही हैं. साथ ही राजनीतिक माहौल भी गर्म है.

ये भी पढ़ें- MP News: सरकारी कर्मचारियों के लिए खुशखबरी, ढाई साल बाद शुरू होने वाले थोकबंद तबादले

ज़रूर पढ़ें