MP News: प्रदेश के नए डीजीपी कैलाश मकवाना ट्रांसफर होने पर दिखा चुके हैं तेवर, अधिकारियों को दी थी हिदायत- सीधी कमर करके काम करें
MP News: मध्य प्रदेश के नए डीजीपी के तौर पर कैलाश मकवाना का नाम तय हो गया है. 1 दिसंबर को मध्य प्रदेश पुलिस महकमे की कुर्सी संभालेंगे. मकवाना के बारे में बहुत कम लोग जानते हैं कि जब साल 2022 में उनका ट्रांसफर हुआ था. उसके बाद एक पोस्ट ने केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया की याद दिलाई थी. साल 2022 में मकवाना के ट्रांसफर होने के बाद उनकी बेटी श्रुति मकवाना ने एक ट्वीट करते हुए लिखा उसूलों पर आंच आए तो टकराना जरुरी है, जिंदा हो तो फिर जिंदा नजर आना जरूरी है.
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ठीक इसी तरीके का बयान ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कमलनाथ सरकार से किनारा करने के बाद दिया था. उन्होंने कहा कि उसूलों पर आंच आए. कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल हो गए थे. दरअसल, यह शेर मशहूर शायर वसीम बरेलवी का है. कैलाश मकवाना की बेटी श्रुति मकवाना के पोस्ट करने की वजह इसलिए थी कि मकवाना ने लोकायुक्त में रहते हुए उज्जैन के कई अधिकारियों के खिलाफ मुकदमा चलाने और जांच करने के निर्देश दे दिए थे. जिसमें उज्जैन के तत्कालीन कलेक्टर, स्मार्ट सिटी के CEO सहित PWD के दो दर्जन से अधिक अधिकारियों के नाम शामिल थे.
कुर्सी पर बैठकर नहीं बल्कि खड़े होकर करते थे काम
कैलाश मकवाना से जुड़े हुए अधिकारी बताते हैं कि एक वक्त ऐसा आया कि उन्हें कुर्सी में बैठना तकलीफ भर रहा. मकवाना के पीठ में दर्द होने की वजह से वह खड़े होकर दिनभर काम करते थे. हालांकि लंबे इलाज के बाद पीठ का दर्द ठीक हो गया. उसके बाद उन्होंने एक पत्र लिखते हुए अपने अधीनस्थ अधिकारियों को सलाह दी. बाकायदा चिट्ठी लिखते हुए मकवाना ने कहा कि अपनी रीढ़ की हड्डी सीधी रखकर काम करें. इसके साथ ही न्याय पूर्वक काम करने के लिए भी कहा था.