MP News: अमरवाड़ा की हार से कमलनाथ का गढ़ छिना, BJP से उपचुनाव लड़ने वाले नेताओं के जीत का स्ट्राइक रेट 75 प्रतिशत

MP News: अमरवाड़ा विधानसभा के लिए 1951 से अब तक हुए 15 चुनावों में 10 बार कांग्रेस ने जीत दर्ज की.
bjp congress

बीजेपी-कांग्रेस

MP News: बीजेपी ने 16 साल बाद अमरवाड़ा विधानसभा सीट पर जीत दर्ज की है. अमरवाड़ा विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव में बीजेपी प्रत्याशी कमलेश शाह ने लगभग तीन हजार वोटों से अमरवाड़ा में भी कमल खिला दिया है. ये सीट एक समय में कांग्रेस का गढ़ हुआ करती थी लेकिन अब इस पर बीजेपी का कब्जा हो गया है. यह कांग्रेस के लिए किसी झटके से कम नहीं है क्योंकि एक महीने पहले ही कांग्रेस के हाथों से छिंदवाड़ा लोकसभा सीट भी फिसल चुकी है. हालांकि कांग्रेस को इस तरह के झटके पिछले 10 सालों से लग रहे हैं.

दरअसल पिछले 10 साल में मध्यप्रदेश में 51 उप चुनाव हुए हैं जिसमें भाजपा ने 32 बार विजयी रही है. अमरवाड़ा में कमलेश शाह की जीत के बाद कांग्रेस की विधायकी छोड़कर भाजपा के टिकट पर फिर से उप चुनाव लड़ने वाले नेताओं के जीत का स्ट्राइक रेट भी अब 75 प्रतिशत हो गया है.

साल 2014

तीन विधानसभा सीटों पर उपचुनाव
2 पर बीजेपी और 1 पर कांग्रेस का कब्जा

साल 2015

तीन विधानसभा सीटों पर उपचुनाव
2 पर बीजेपी और 1 पर कांग्रेस की जीत

साल 2016

तीन विधानसभा और एक लोकसभा सीट पर उपचुनाव
चारों पर बीजेपी की जीत

ये भी पढ़ें: विंध्य इलाके में नशीली कफ सिरप का बढ़ रहा प्रभाव, अलर्ट मोड पर पुलिस, संभागीय स्तर पर टीम बनाकर रोकने की तैयारी

साल 2017

तीन विधानसभा सीटों पर उपचुनाव
1 पर बीजेपी और 2 पर कांग्रेस जीती

साल 2018

दो विधानसभा सीटों पर उपचुनाव
कांग्रेस ने दोनों सीटें जीतीं

साल 2020

28 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव हुए
बीजेपी का 19 पर तो कांग्रेस का 9 पर कब्जा

साल 2021

4 विधानसभा और 1 लोकसभा सीट पर उपचुनाव
3 पर बीजेपी तो 2 सीट पर कांग्रेस की जीत

लेकिन अमरवाड़ा सीट पर कांग्रेस की हार बड़ी बात है. क्यूंकि इस सीट को कांग्रेस का गढ़ माना जाता रहा है. अमरवाड़ा में कांग्रेस की मौजूदगी की ताकत का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि अमरवाड़ा विधानसभा के लिए 1951 से अब तक हुए 15 चुनावों में 10 बार कांग्रेस ने जीत दर्ज की, तीन बार भाजपा, एक बार जनसंघ और एक बार गोंडवाना गणतंत्र पार्टी ने जीत का स्वाद चखा है..एक्सपर्ट के मुताबिक कांग्रेस की हार में इस बार भी गोंगपा का रोल निर्णायक रहा है.

ज़रूर पढ़ें