MP News: आंधी से उड़ी स्कूल की छत, बारिश में बैठकर पढ़ने को मजबूर नौनिहाल

MP News: स्कूल की शिक्षिका छाया राजौरे से चर्चा की तो उन्होंने बताया की तूफ़ान के चलते टीन शेड एंगल सहित उड़ गए.
Students forced to study in open space..

खुली जगह पढ़ने को मजबूर छात्र..

पीयूष शर्मा-

MP News: पिछले दिनों आए आंधी-तूफान के चलते खरगोन ज़िले के बडवाह ब्लाक के अंतर्गत आने वाले ग्राम कुरावद में प्राथमिक शाला की छत उखड़ गई थी। अब इस बिना छत की स्कुल में बच्चे पढने को मजबूर है। शुक्रवार शनिवार को भी बारिश के कारण स्कूल की छुट्टी रखना पड़ी। इस तरह बच्चो की पढ़ाई प्रभवित हो रही है.

फोरलेन निर्माण के चक्कर में गिरा दी गई थी बिल्डिंग

दरअसल, प्राथमिक शाला के भवन को पिछले वर्ष जून-जुलाई में फोरलेन निर्माण के मार्ग में आने के कारण उसे जमींदोज कर दिया गया था. तब से ही यह स्कूल कभी किराए के मकान में तो कभी जर्जर पुराने स्कूल भवन में लग रही थी. इसकी मरम्मत भी शिक्षको ने स्वयं खर्च कर करवाई थी. तब से ही इसी भवन में प्राथमिक शाला चल रही थी. लेकीन एक बार फिर आंधी ने बच्चो के शिक्षा के मन्दिर को छत विहीन कर दिया.

जब इस सम्बन्ध में स्कूल की शिक्षिका छाया राजौरे से चर्चा की तो उन्होंने बताया की तूफ़ान के चलते टीन शेड एंगल सहित उड़ गए. जिसके कारण बारिश होने पर बच्चों की छुट्टी करनी पड़ती है. नियमित शाला लगाने के लिए छत को दुरुस्त करवाना जरुरी है. जो बिना विभागीय मदद के सम्भव नही है. जल्द से जल्द छत लगने पर पढ़ाई भी नियमित शुरू हो पाएगी.

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शिक्षको ने खुद के खर्चे पर करवाई थी जर्जर भवन की मरम्मत

ग्राम कुरावद के जिस भवन में स्कुल चल रहा है जर्जर बिल्डिंग पुराना स्कूल भवन है. इसके पहले जो स्कूल भवन था. वह पिछले वर्ष फोरलेन हायवे निर्माण की जद में आने पर जमींदोज कर दिया गया था. तब से ही स्कूल प्रबन्धन के समक्ष स्कूल संचालन में कठिनाई आने लगी थी. पहले किराए के भवन में स्कूल लगाया. लेकिन पहली मंजिल पर बच्चो को पढाने में उनके छत से गिरने का भय था. जिसके बाद पुराने जर्जर भवन में ही पढ़ाने का निर्णय वरिष्ठ अधिकारियो के निर्देशन पर लिया था. तब जर्जर भवन की मरम्मत दोनों शिक्षको ने स्वयं के व्यय से करवाई थी. लेकिन छत उखड़ने के बाद अब यह नया खर्चा हो गया है.

छाया राजोरे ने बताया की एनएचएआई ने जब भवन को जमींदोज किया था. तो उसके एवज में शासन ने मुआवजा राशी दी थी. तब नए भवन के लिए जमीन के चिन्हांकन की मांग की थी. काफी समय के बाद आख़िरकार एक जमीन का चिन्हांकन कर लिया गया है. जिसके लिए पैसा भी आ गया है. लेकिन अभी स्थानीय प्रशासन से उसकी स्वीकृति मिल नही पाई है. जल्द से जल्द से अगर स्वीकृति मिल जाती है. तो अगले सत्र से नए भवन में कक्षाए लगाई जा सकेगी. बीआरसी मेवाराम बर्मन ने बताया की कुरावद की स्कूल में जर्जर भवन पर लगे टिनशेड को जल्द दुरुस्त करवा लिया जाएगा. इस सम्बन्ध में जनशिक्षक को निर्देशित किया गया है. नए भवन को लेकर क्या स्थिति है, उसके बारे में अभी तक कोई जानकारी नहीं है.

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