MP News: भिंड लोकसभा सीट पर रोमांचक मुकाबला, चुनावी रण में आमने-सामने होंगे वकील और इंजीनियर
भोपाल: लोकसभा चुनाव का शंखनाद हो चुका है. चुनाव आयोग ने तारीखों का ऐलान कर दिया है. मध्यप्रदेश में चार चरणों में चुनाव होना है. जहां बीजेपी ने एमपी की 29 की 29 सीटों पर उम्मीदवारों को घोषणा कर दी है. वहीं कांग्रेस ने अभी 10 उम्मीदवारों का ऐलान किया है. इन दस उम्मीदवारों में से एक भिंड भी है. इस सीट से कांग्रेस ने फूल सिंह बरैया को उम्मीदवार घोषित किया है. बीजेपी ने भिंड सीट से संध्या राय को टिकट दिया है.
भिंड लोकसभा सीट दो जिलों से मिलकर बनती है. इनमें भिंड और दतिया जिले शामिल हैं. दोनों जिलों की सीमा यूपी से लगती है जहां यूपी की राजनीति हावी रहती है. भिंड लोकसभा एमपी की उन लोकसभा सीट में से एक है जहां बीएसपी और एसपी का प्रभाव देखने को मिलता है.
आइए जानते हैं दोनों उम्मीदवारों के बारे में
फूल सिंह बरैया – भांडेर से दो बार के विधायक
संपत्ति – दो करोड़ रुपये+
आपराधिक रिकॉर्ड – शून्य (0)
फूल सिंह बरैया अपने बयानों के लिए जाने जाते हैं. अजीबोगरीब बयान देकर सुर्खियों में रहने वाले बरैया चंबल संभाग से आते हैं. कांग्रेस ने इन्हें आम चुनाव 2024 के लिए अपना उम्मीदवार बनाया है. भांडेर विधानसभा सीट से पहली बार साल 1998 में बहुजन समाज पार्टी की टिकट पर जीत कर पहुंचे थे. साल 2019 में लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस ज्वॉइन की.
साल 2020 में कांग्रेस ने बरैया को राज्यसभा उम्मीदवार बनाया था लेकिन जीत नहीं पाये. 2023 के एमपी विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने फूल सिंह बरैया को भांडेर से टिकट दिया. इस टिकट पर वे जीते और विधानसभा पहुंचे. हम फ्लैशबैक में जाएं तो फूल सिंह बरैया ने माधवराव सिंधिया के खिलाफ ग्वालियर सीट से लोकसभा का चुनाव लड़ा था लेकिन हार गए थे.
फूल सिंह बरैया दलित समुदाय से आते हैं. भिंड लोकसभा सीट की बात करें तो इस सीट पर लगभग छह लाख अनुसूचित जाति से हैं. भांडेर विधानसभा क्षेत्र दतिया जिले में आता है. बरैया की पहचान दलित नेता के रूप में रही है और बहुजन संघर्ष दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष रहे हैं.
संध्या राय – भिंड से वर्तमान सांसद
संपत्ति – पांच करोड़ रुपये+
आपराधिक रिकॉर्ड – शून्य
संध्या राय बीजेपी से भिंड की सांसद हैं. अनुसूचित वर्ग से आने वाली संध्या राय ने वकालत की पढ़ाई की है. इनके राजनैतिक सफर की बात करें तो बहुत छोटा है. साल 2003 में बीजेपी के टिकट से इन्होंने दिमनी विधानसभा सीट से चुनाव लड़ा. इस सीट से जीतकर पहली बार एमपी विधानसभा पहुंचीं.
साल 2019 में बीजेपी ने इन्हें लोकसभा का टिकट दिया. अपने करीबी प्रतिद्वंदी यानी कांग्रेस प्रत्याशी देवाशीष जरारिया को दो लाख वोट से हराकर लोकसभा पहुंचीं. बीजेपी ने संध्या राय फिर से भरोसा जताते हुए आगामी चुनाव के लिए संध्या राय को टिकट दिया है.
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आमचुनाव 2024 में इंजीनियर बनाम वकील
जहां एक तरफ फूल सिंह बरैया इंजीनियर हैं वहीं संध्या राय वकील हैं. दोनों में एक ही समानता है, दोनों अनुसूचित जाति से आते हैं. दोनों ने अलग-अलग तरह की राजनीति है. जहां एक ओर फूल सिंह बरैया बड़बोलेपन के लिए जाने जाते हैं वहीं संध्या राय शांति से राजनीति करने वाली राजनेता में से एक हैं.
फूल सिंह बरैया के बोल
फूल सिंह बरैया अपने विवादित बोल के लिए जाने जाते हैं. इसमें चाहे अफसरों की खाल उतारकर भूसा भरने की बात हो या सवर्णों को विदेशी बताकर देश से निकालने की बात हो. इसके और कई बयान हैं जो बरैया को सुर्खियों में रखता है. घर-घर लड्डू बांटकर अस्पृश्य करने की बात हो. साल 2023 में विधानसभा चुनाव से पहले बरैया ने कहा था कि बीजेपी 50 से ज्यादा सीट जीतती है तो मैं अपना मुंह काला करूंगा. फिर उन्होंने विधानसभा चुनाव का रिजल्ट आने पर ऐसा किया भी. इस विधानसभा चुनाव में बीजेपी को 163 और कांग्रेस को 66 सीट मिली थीं.
भिंड लोकसभा सीट का राजनीतिक इतिहास
भिंड लोकसभा सीट 36 साल से बीजेपी के पास है. सबसे ज्यादा बार इस लोकसभा से सांसद रामलखन सिंह रहे. सिंह ने साल 1996, 1998, 1999 और 2004 में भिंड सीट से चुनाव जीता. आखिरी बार कांग्रेस ने इस सीट से साल 1984 में लोकसभा चुनाव जीता था. इसके बाद आज तक कांग्रेस इस सीट अपने कब्जे में नहीं ले पाई. इस सीट से एक बार विजयाराजे सिंधिया भी साल 1971 में जनसंघ के टिकट से सांसद रह चुकी हैं.