MP News: गुना सीट पर मुकाबला हो सकता है रोचक, ज्योतिरादित्य सिंधिया के खिलाफ उतर सकते हैं अरुण यादव
भोपाल: बीजेपी के द्वारा गुना-शिवपुरी लोकसभा सीट पर केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया को कड़ी टक्कर देने के लिए कांग्रेस लगातार अपने उम्मीदवार की तलाश में है. बताया जा रहा है कि कांग्रेस की तलाश पूरी हो गई है. गुना लोकसभा सीट से सिंधिया के सामने कांग्रेस के दिग्गज नेता अरुण यादव को उतारने की तैयारी कर चुकी है और इसकी अंतिम मोहर आज शाम को पार्टी के वरिष्ठ नेतृत्व के द्वारा लगाई जा सकती है. कांग्रेस पार्टी के द्वारा अरुण यादव को उतारने का मुख्य उद्देश्य यह है कि गुना संसदीय क्षेत्र में यादव मतदाता कुछ विधानसभा क्षेत्रों में प्रभावी भूमिका में हैं. इससे पहले साल 2019 के लोकसभा चुनाव में केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया को उन्हीं के समर्थक केपी यादव ने हराया था और इसमें अहम भूमिका यादव समाज की मानी जा रही थी. अब कांग्रेस सिंधिया के सामने यादव समाज का ही उम्मीदवार उतरने की तैयारी कर चुकी है जिसमें सबसे पहला नाम अरुण यादव का है.
अभिमन्यु की तरह फंसे सिंधिया: प्रदेश उपाध्यक्ष आरपी सिंह
कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष आरपी सिंह का कहना है कि ‘पिछले लोकसभा चुनाव में सिंधिया के साथ जो हुआ वह सबको पता है. इस बार बीजेपी ने सिंधिया को अभिमन्यु की तरह फंसा दिया है क्योंकि सिंधिया ग्वालियर से तैयारी कर रहे थे लेकिन बीजेपी के कद्दावर नेताओं ने उन्हें ग्वालियर से बाहर का रास्ता दिखा दिया. अब कांग्रेस गुना से अरुण यादव जी अखाड़े में आ चुके हैं जैसे ही हाई कमान का आदेश होगा वह मैदान में आने के लिए तैयार.’
कांग्रेस बेचैन और परेशान पार्टी: बीजेपी प्रदेश मंत्री लोकेंद्र परासर
वही बीजेपी के प्रदेश मंत्री लोकेंद्र परासर का कहना है कि ‘कांग्रेस ने जाति और धर्म के अलावा इस देश की राजनीति को कुछ दिया है तो बताइए जब से सिंधिया जी का टिकट फाइनल हुआ है तब से कांग्रेस कही दिग्विजय सिंह को उतारने की बात कर रही है तो कही अरुण यादव को उतार रही है. पार्टी के नेता बेचैन और और परेशान है की करें क्या सिंधिया जी के सामने किसको उतारे’.
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अरुण यादव ने जतायी इच्छा
अरुण यादव ने गुना-शिवपुरी सीट से चुनाव लड़ने की इच्छा जतायी है. उन्होंने कहा है कि कांग्रेस पार्टी निर्णय लेगी वो किसे इस सीट से उम्मीदवार घोषित करती है. अरुण यादव के पिता सुभाष यादव कांग्रेस के बड़े नेताओं में एक थे.
अरुण यादव का राजनीतिक करियर
अरुण यादव कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हैं. वे दो बार सांसद रह चुके हैं. खरगोन और खंडवा लोकसभा सीट से सांसद रहे. 2014 में उन्हें नंदकुमार सिंह चौहान के हाथों हार झेलना पड़ा. 2009 से 2011 तक केंद्रीय मंत्री भी रहे हैं. भारी भारी उद्योग, सार्वजनिक उद्यम, कृषि और खाद्य प्रसंस्करण उद्योग जैसे मंत्रालयों में मंत्री पद संभाले. साल 2014 से 2018 तक मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष रहे.