Lok Sabha Election 2024: एमपी की 26 सीटों पर कांग्रेस का पैनल तैयार, इन तीन के लिए अभी नाम तय नहीं
Lok Sabha Election 2024: कांग्रेस लोकसभा चुनाव 2024 के लिए उम्मीदवारों के नाम तय करने की तैयारी में जुट गई है. कांग्रेस नें एमपी के 29 सीटों में से 26 सीट पर पैनल तैयार कर लिए हैं, जिनमें 6सीटों पर सिंगल नाम और 14लोकसभा सीटों पर दो-दो नाम तय किये गए हैं. हालांकि भोपाल, इंदौर और सतना के लिए अभी नाम तय नहीं हुए हैं. पिछले सप्ताह दिल्ली में स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक में प्रदेश के नेतृत्व ने 29 सीटों के संभावित उम्मीदवारों के नामों पर चर्चा कर ली गई है. बैठक में कमेटी की अध्यक्ष रजनी पाटिल ने प्रदेश प्रभारी जितेंद्र सिंह, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी और विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार के साथ सभी 29 लोकसभा सीटों के संभावित उम्मीदवारों के नाम पर चर्चा की.
13 सीटों के पैनल में 14 विधायक,1 मेयर
एमपी की 29 में से 13 सीटें ऐसी हैं, जहां उम्मीदवारों के पैनल में 14 विधायक और एक महापौर का नाम है. खरगोन सीट से सिर्फ दो नाम सामने आए है जिसमें विधायक बाला बच्चन (राजपुर) व केदार डाबर (भगवानपुरा) हैं. इसके साथ ही मंदसौर सीट से विधायक विपिन जैन का नाम पैनल में है. तो वही मुरैना सीट से 5 नामों में जौरा विधायक पंकज उपाध्याय व पूर्व नेता प्रतिपक्ष डॉ.गोविंद सिंह का नाम भी शामिल किया गया है.
वहीं ग्वालियर सीट से साहब सिंह गुर्जर,शहडोल से विधायक पुष्पराजगढ़ फुंदे लाल मार्को, मंडला सीट से बिछिया विधायक नारायण पट्टा, बालाघाट सीट से विधायक अनुभा मुंजारे,उज्जैन सीट से तराना विधायक महेश परमार, विदिशा सीट से सिलवानी विधायक देवेंद्र पटेल और खंडवा सीट से भीकनगांव विधायक झूमा सोलंकी का नाम पैनल में है. जबकि धार सीट से कुक्षी विधायक सुरेंद्र सिंह बघेल (हनी) का नाम संभावित है. रीवा सीट से मात्र एक नाम महापौर अजय मिश्रा बाबा का आया है.
6 सीटों पर सिंगल नाम, जबकि 14 पर 2 नामों का पैनल
कांग्रेस लोकसभा चुनाव में मैदान दिग्विजय के गढ़ राजगढ़ से पूर्व मंत्री प्रियव्रत सिंह को उतार सकती है. हालांकि,जिला पंचायत अध्यक्ष चंदर सिंह सोंधिया की दावेदारी भी मजबूत है. लेकिन इस सीट पर अंतिम फैसला दिग्विजय सिंह ही लेंगे. इसी तरह ज्योतिरादित्य सिंधिया के प्रभाव वाली सीट गुना-शिवपुरी से पूर्व विधायक वीरेंद्र सिंह रघुवंशी व यादवेंद्र सिंह में से किसी एक पर सहमति बन सकती है. हालांकि, वीरेंद्र सिंह रघुवंशी को टिकट मिलने की संभावना ज्यादा है. इसकी वजह यह भी है कि भाजपा से कांग्रेस में आने के बाद उन्हें विधानसभा चुनाव में टिकट नहीं मिला था.
कांतिलाल भूरिया पर फिर भरोसा सकती है कांग्रेस
रतलाम-झाबुआ सीट से कांग्रेस एक बार फिर कांतिलाल भूरिया पर भरोसा कर दांव लगा सकती है. वे अपना पिछला चुनाव जीएस डामोर से हार गए थे लेकिन पूर्व विधायक जेवियर मेड़ा और हर्ष विजय गहलोत का नाम भी पैनल में है. बावजूद भूरिया पर कांग्रेस दांव लगा सकती है. इसी तरह नर्मदापुरम से पूर्व विधायक संजय शर्मा को एक बार फिर मौका मिल सकता है. वे विधानसभा चुनाव तेंदूखेड़ा से हार गए थे.
चार सीटों पर 3-3 नाम के पैनल
मुरैना से ठाकुर या ओबीसी को मिलेगा टिकट
मुरैना सीट के जातीय समीकरण के हिसाब से संभवत: ठाकुर या ओबीसी उम्मीदवार को कांग्रेस चुनाव मैदान में उतारेगी. फिलहाल इस सीट के पैनल में डॉ.गोविंद सिंह हैं, जबकि लाखन सिंह यादव और बैजनाथ कुशवाहा ओबीसी हैं. हालांकि,पैनल में एक ब्राम्हण पंकज उपाध्याय का नाम भी शामिल किया गया है. वहीं ग्वालियर सीट से ग्वालियर ग्रामीण विधायक साहब सिंह गुर्जर, पूर्व विधायक लाखन सिंह यादव, प्रवीण पाठक और कैलाश कुशवाहा में से किसी को जातीय समीकरण को ध्यान में रखकर ही उम्मीदवार बनाया जाएगा.