कूनो के बाद अब MP का ये अभयारण्य बनने जा रहा चीतों का नया घर, जानें कब और कैसे पहुंचे करने दीदार

MP News: कूनो नेशनल पार्क के बाद अब मध्य प्रदेश में ही चीतों को दूसरा नया घर मिलने वाला है. मंदसौर जिला स्थित गांधी सागर अभयारण्य अब चीतों का नया ठिकाना बनेगा.
CM Dr. Mohan Yadav congratulated on the occasion of International Cheetah Day

अंतर्राष्ट्रीय चीता दिवस (फाइल फोटो)

MP News: मध्य प्रदेश की धरती में अब चीतों को दूसरा ठिकाना मिलने वाला है. श्योपुर जिला स्थित कूनो नेशनल पार्क के बाद अब मंदसौर का गांधी सागर अभयारण्य चीतों का नया घर होगा. भारत में यह चीतों का दूसरा ठिकाना होगा.

चीतों को नया ठिकाना

मध्य प्रदेश के मंदसौर जिला स्थित गांधी सागर अभयारण्य (Gandhi Sagar Sanctuary) चीतों का नया ठीकाना होगा.

फॉरेस्ट रिट्रीट समारोह

गांधी सागर अभयारण्य में सोमवार से पांच दिवसीय फॉरेस्ट रिट्रीट समारोह की शुरुआत हो गई है. इस दौरान कई अलग-अलग रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा. साथ ही कई एडवेंचर स्पोर्ट्स भी होंगे. बता दें कि मंदसौर में 10 हजार साल पुरानी रॉक पेंटिंग सहित प्राकृतिक और पुरातात्विक महत्व के कई स्थान हैं.

कब लाए जाएंगे चीते

गांधी सागर अभयारण्य के अधिकारियों ने बताया कि कुछ ही दिनों में सैंचुरी में चीतों को लाया जाएगा.

ये भी पढ़ें- इंदौर ने फिर रचा इतिहास, स्वच्छता के बाद अब इस मामले में बना देश में नंबर 1

कैसे पहुंचे गांधी सागर अभयारण्य

गांधी सागर अभयारण्य MP के मंदसौर जिले में चंबल नदी पर स्थित है. इसका नाम गांधी सागर बांध के नाम पर रखा गया है. यहां पहुंचने के लिए सबसे नजदीकी इंदौर और उदयपुर एयरपोर्ट है. उदयपुर एयरपोर्ट 220 KM दूर है, जबकि इंदौर एयरपोर्ट 290 KM. हवाई अड्डे से आप लोकल कैब या पब्लिक ट्रांसपोर्ट के जरिए पहुंच सकते हैं. वहीं, अगर आप रेल यात्रा करना चाहते हैं तो मंदसौर या नीमच रेलवे स्टेशन पहुंचकर टैक्सी के जरिए जा सकते हैं.

ये भी पढ़ें- MP News: कांग्रेस महासचिव का बड़ा आरोप- इंदौर की 475 कॉलोनियों में बिना ग्रिड के ट्रांसफॉर्मर लगाए,अधिकारियों ने किया 1000 करोड़ का घोटाला

MP में 20 चीते

भारत में दो खेप में नीमीबिया से 12 चीते लाए गए थे, जिनमें से अब सिर्फ 8 चीते ही जीवित बचे हैं. हालांकि, खुशी की बात है कि 12 शावक भी हो गए हैं. ऐसे में प्रदेश में चीतों की संख्या 20 हो गई है.

ज़रूर पढ़ें