MP News: पन्ना टाइगर रिजर्व में 11 जून बना टाइगर डे, अलग-अलग स्थानों पर दिखे 9 बाघ, पर्यटक हुए रोमांचित

Panna Tiger Reserve: पन्ना टाइगर रिजर्व सहित पूरे बुंदेलखंड में साल 2009 में बाघ पूरी तरह से खत्म हो गए थे. पेंच टाइगर रिजर्व से बाघ लाकर पन्ना टाइगर रिजर्व में बसाए गए.
panna tiger reserve

11 जून को पन्ना में एक दिन में सुबह ही 9 बाघ देखने को मिले.

Panna Tiger Reserve: पन्ना टाइगर रिजर्व में इन दिनों बाघ खूब देखने को मिल रहे हैं, 11 जून को टाइगर रिजर्व में खूब बाघ दिखाई दिये, कि आज का दिन “टाइगर दिन” हो गया, और पर्यटकों ने बाघ के दर्शन कर खुशी का इजहार किया, बड़ी संख्या में देशी और विदेशी सैलानी पहुंचे, सुबह से ही पर्यटकों की लाइन लग गई थी, और खूबसूरत जंगल में लोग प्रकृति के बीच कुछ समय बिताकर प्रकृति को नजदीक आकर देख रहे हैं, तो वहीं वन्य प्राणियों के दर्शन कर आनंद उठा रहे हैं, सैलानी बोले – “क्या टाइगर है…?”

एक में दिखे 9 बाघ, पर्यटक हुए रोमांचित

पन्ना टाइगर रिजर्व सहित पूरे बुंदेलखंड में साल 2009 में बाघ पूरी तरह से खत्म हो गए थे. पेंच टाइगर रिजर्व से बाघ लाकर पन्ना टाइगर रिजर्व में बसाए गए. देश का पहला टाइगर लोकेशन सफल रहा. अब यहां बाघ खूब अठखेलिया कर रहे हैं. 11 जून को पन्ना में एक दिन में सुबह ही 9 बाघ देखने को मिले. पन्ना टाइगर रिजर्व के अंदर अलग-अलग स्थानों में पर्यटकों को बाघ दिखाई दिये हैं. उन्हें देख पर्यटक झूम उठे हैं, जिन्होंने पहली बार टाइगर देखा उनकी खुशी का ठिकाना नहीं है.

लगातार बढ़ रहे टूरिस्ट

पन्ना में लगातार भीषण गर्मी के बावजूद पर्यटकों की संख्या बढ़ रही है, टूरिस्टो का कहना था कि, यदि पन्ना नहीं देखा तो कुछ नहीं देखा, मुंबई से आई कनाडा में रहकर पढ़ाई कर रही सिया बोली कि डर लग रहा था, पर हर सफारी में हमें टाइगर दिखाई दिए हैं, टाइगर देख हम खुश हैं. टूरिस्ट अविरज सेठे मुंबई में रहते हैं, पूरा परिवार अध्यापन के कार्य से जुड़ा है, शिक्षा देते -देते कब वाइल्डलाइफ के मास्टर बन गए, उन्हें समझ ही नहीं आया,.अब वह प्रत्येक वर्ष पन्ना आते हैं और टाइगर देख झूम उठते हैं. कहा- पन्ना में टाइगर के अलावा भी बहुत कुछ देखने को मिलता है, यहां की जैव विविधता और कल्चर फेमस है.

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पन्ना टाइगर रिजर्व के गाइड घनश्याम तिवारी बोले- आज “बाघ डे” मन गया

पन्ना टाइगर रिजर्व के गाइड घनश्याम तिवारी बताते है कि एक नहीं सैकड़ो टूरिस्ट थे, जो पन्ना टाइगर रिजर्व की तारीफ कर रहे थे. 11 जून शनिवार को बाघ खूब देखने को मिले है. आज “बाघ डे” मन गया. वहीं दिल्ली के रहने वाले राकेश शर्मा मल्टीनेशनल कंपनी में सॉफ्टवेयर इंजीनियर है. उनका कहना था कि उन्होंने पूरे देश के जंगलों का भ्रमण किया, और टाइगर देखे, पर पन्ना के टाइगर की बात ही अलग है. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि जहां बाघ नहीं है, वहां सब एडल्ट टाइगरों का रीलोकेशन किया जाना चाहिए, जिससे देश में बाघ बढ़ेंगे, और लोगों को जंगलों के प्रति आकर्षित करना आवश्यक है, तभी जंगल और वाइल्डलाइफ का संरक्षण हो सकता है.

बता दें कि, पन्ना दुनिया का खूबसूरत नेशनल पार्क है, यहां टाइगर खूब देखने को मिल रहे हैं, इसके अलावा विभिन्न प्रकार के वन्य जीव और वनस्पति दिखती है, पर्यटन बढ़ रहा है, लगातार हो रही “टाइगर साइटिंग” के कारण पन्ना देश के पर्यटकों की पहली पसंद हो गया है.

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