MP News: पन्ना के इस गांव में रहवासियों को सड़क बनने का इंतजार, बीमार वृद्धा को खाट पर लेकर पहुंचाया अस्पताल
पन्ना जिले के पंचायत खजरी कुडार के ग्रामीणों को आज भी सड़क बनने का इंतजार है.
सौरभ साहू-
MP News: प्रदेश के बुंदेलखंड के सबसे पिछड़े पन्ना जिले में आज भी एक गांव ऐसा है जहां सड़क नहीं है. यहां के रहवासियों को आज भी गांव में सड़क बनने का इंतजार है. जिले के ग्राम पंचायत खजरी कुडार के माजरा कोतवालीपुरवा में सड़क न होने की वजह से ग्रामवासी गर्भवती महिलाओं, बीमार बुजुर्गों को खाट पर गांव से मुख्य मार्ग तक ले जाने को मजबूर है.
जिला मुख्यालय से मात्र 10 किमी दूर है गांव
मामला जिला मुख्यालय पन्ना से लगभग 10 किलोमीटर दूर ग्राम पंचायत कुड़ार के मजरा कोतवालीपुर का है. जहां आजादी के 78 सालों बाद भी कोई रास्ता नहीं मिल सका, एक तरफ पन्ना टाइगर रिजर्व बफर जोन का घना जंगल और दूसरी तरफ निजी भूमि लगी हुई है जिससे यहां के लोगों को खेतों की मेड़ से आवागमन करने को मजबूर होना पड़ता है.
ग्रामीणों का कहना- खेतों की मेड़ से आना-जाना पड़ता है
ग्रामवासी मीरा बाई बंशकार ने बताया कि गांव के लिए कोई रास्ता नहीं है इस लिए खेतों की मेड़ से आवागमन करना पड़ता है। बरसात के दिनों में खेतों में फसलों की सुरक्षा हेतु बाड़ लग जाने एवं कीचड़ की वजह से आवागमन में कठिनाइयां कई गुना बढ़ जाती हैं। बीमार व्यक्ति या गर्भवती महिला को अस्पताल पहुंचाने के लिए खाट का सहारा लेना पड़ता है क्योंकि यहां एम्बुलेंस, जननी एक्सप्रेस या डायल हंड्रेड जैसे इमरजेंसी वाहन पहुंचना मुश्किल ही नहीं नामुमकिन है। बरसात में बीमार होने पर अस्पताल नहीं पहुंच पाने से यहां के कई लोगों की मौत हो चुकी है.
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बरसात के महीने में बच्चे नहीं जा पाते स्कूल
बता दें कि यहां 5वीं तक स्कूल है आगे की पढ़ाई के लिए बच्चों को इन्हीं खतरे के मार्गों से आवागमन करना पड़ता है. बरसात के 4 माह बच्चे स्कूल नहीं जा पाते और गांव के प्राइमरी स्कूल में शिक्षक एवं शिक्षिकाएं भी मुश्किलों में पहुंच पाते हैं. हाल ही में गोरेलाल बंशकार ने बताया कि उसकी मां बीमार है हालत बिगड़ने पर खाट में लिटा कर लिटाकर लगभग डेढ़ किलोमीटर दूर मुख्य मार्ग तक पहुंचा कर किसी वाहन की व्यवस्था से जिला अस्पताल पहुंचाया गया. ग्रामीणों ने बताया कि पट्टे की जमीन होने से सड़क नहीं बन पा रही है. इसी वजह से दो बस्तियों के लोगों को इतनी परेशानी उठानी पड़ रही है. लोगों की मांग है कि प्रशासन हस्तक्षेप कर रास्ता के लिए जमीन की व्यवस्था कर सड़क का निर्माण करवाये ताकि यहां के लोगों की समस्या हल हो सके.
जिला पंचायत CEO बोले- जल्द होगी सड़क की व्यवस्था
हालांकि इस पूरे मामले में जब जिला पंचायत सीईओ संघ प्रिय से बात की गई तो उनक कहना था कि आपके माध्यम से मामला संज्ञान में आया है. अधिकारियों को भेज कर मौके का निरीक्षण करवाया जाएगा और यदि निजी भूमि है तो दान करवा कर जल्द से जल्द ग्रामीणों के लिए सड़क की व्यवस्था की जाएगी.