MP News: 22 जनवरी को ही डिलीवरी चाहती हैं गर्भवती महिलाएं, बेटे का राम और बेटी हुई तो सीता रखेंगे नाम!
MP News: किसी को राम का इंतजार है तो किसी को सीता का इंतजार है. मध्य प्रदेश के अस्पतालों में इन दिनों सिर्फ राम सीता और लक्ष्मण के नाम की चर्चा है. हर गर्भवती रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की तारीख पर अपने भाग खुलने की राह देख रही है. हर कोई इस तारीख पर इतिहास के पन्नों में अपना नाम दर्ज करने की ख्वाहिश में है. इस विशेष उत्सव के दिन कई परिवार और गर्भवती महिलाएं चाहती हैं कि उसकी डिलीवरी 22 जनवरी को हो, ताकि उनके घर के आंगन में भी राम आएं. प्रदेश भर के अस्पतालों में रामलला प्राण प्रतिष्ठा के दिन गर्भवती महिलाएं बच्चों को जन्म देना चाहती हैं.
मुहूर्त जानने पंडितों के पास लग रही भीड़
डॉक्टरों के साथ-साथ पंडितों के यहां शुभ मुहूर्त जानने के लिए लोग पहुंच रहे है. पंडित अनिल दीक्षित की माने तो 22 जनवरी का दिन यादगार होने जा रहा है. इस दिन 12 बजकर 29 मिनट और 08 सेकंड से 12 बजकर 30 मिनट और 32 सेकंड तक मतलब 84 सेकंड का समय सबसे शुभ है. 22 जनवरी को शुक्ल पक्ष की द्वादशी है और सोमवार भी है, भगवान शिव श्रीराम के आराध्य भी हैं. इस वक्त जन्म लेने वाले जातक काफी बलशाली, बुद्धिमान और प्रभावशाली रहेंगे जीवन में उन्हें सफलता और यश की प्राप्ति होगी. सबसे ज्यादा लोग मुहूर्त की पूछताछ के लिए आ रहे हैं ऐसा बहुत कम होता है जब संतान को लेकर मुहूर्त पूछे जाएं.
डॉक्टर को देनी पड़ रही समझाइश
सरकारी और निजी अस्पतालों में दो दर्जन से ज्यादा डिलीवरी के केस ऐसे हैं. जो इस शुभ मुहूर्त का लाभ उठाना चाहते हैं भोपाल के हमीदिया हॉस्पिटल से लेकर आधा दर्जन निजी अस्पतालों में राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा वाले विशेष मुहूर्त के दिन संतान प्राप्ति का जोर गर्भवती महिलाओं और उनके परिजनों का है. नौबत यहां तक है की डॉक्टर को उनके परिजनों को समझाइश देनी पड़ रही है कि सब कुछ सामान्य होने पर ही इस दिन डिलीवरी कराएं. डॉक्टर प्रमोद कुमार हमीदिया हॉस्पिटल की माने तो उन्होंने कई पेशेंट को समझाया है की कोई जल्दबाजी न करें लेकिन लोगों में खासतौर पर गर्भवती महिलाओं में जबरदस्त उत्साह है. दो दर्जन से ज्यादा महिलाएं अपने कल होने वाले बच्चों का नाम तय करके बैठी है.
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नाम पर सबसे ज्यादा जोर
प्राण प्रतिष्ठा के मौके पर जन्म लेने वाले बच्चों के परिजनों ने सबसे ज्यादा जोर अपने बच्चों के नामकरण पर दिया है. कोई अपने बच्चों का स्वागत धूमधाम से करना चाहता है. बेटा होने पर उसका नाम राम या लक्ष्मण रखना चाहता है तो बेटी होने पर सीता या सिया रखने का जोर है. गर्भवती महिला रिंकू बताती है की अच्छी स्वागत की तैयारी है बेटा हुआ तो उसका नाम राम या लक्ष्मण रखेंगे बेटी हुई तो सीता तो वही एक अन्य गर्भवती रश्मि बताती है कि वह इस दिन को लेकर बहुत उत्साहित है और बेटे या बेटी का नामकरण इसी दिन के हिसाब से करेंगे इसी शुभ मुहूर्त पर्व डिलीवरी चाहती है.