MP News: नए सीएम राइज स्कूल खोलने की तैयारी, प्राचार्य और स्टाफ की कमी से जूझ रहे पुराने School

MP News: सीएम राइस स्कूल बनाने को लेकर आदेश को लगभग 3 वर्ष का समय बीच जाने के बाद भी पूर्व में घोषित स्कूलों के अधो संरचना कार्य के तहत अभी तक भवनो का निर्माण कार्य पूरा नहीं हो पाया.
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फाइल फोटो

MP News: प्रदेश सरकार द्वारा प्रदेश भर में सीएम राइज स्कूलों की शुरुआत की गई प्राइवेट स्कूलों की तर्ज पर ऐसे स्कूलों में आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध कराई जानी है, इन स्कूलों को केंद्रीय विद्यालयों के तर्ज पर आगे बढ़ने का प्रावधान है. मध्य प्रदेश के रीवा जिले के लिए वर्ष 2021 और 22 में करीब एक दर्जन सीएम राइस स्कूलों की घोषणा की गई थी हर ब्लॉक में एक स्कूल खोलने का प्रावधान किया गया. लेकिन ऐसी स्कूलों की वर्तमान स्थिति यह है कि आज भी अधिकांश सीएम राइस स्कूलों के लिए ना तो भवन तैयार हो पाया और ना ही पूरी तरह स्टाफ की व्यवस्था हो पाई. आधुनिक स्कूलों के लिए आवंटित की गई आधुनिक कुर्सियां और वेंच भी अब धूल खा रही हैं और धीरे-धीरे खराब होने लगी है, अब नए सत्र में दर्जन भर नए सीएम राइस स्कूलों की घोषणा की गई है. वहां की व्यवस्था भी अब बनाई जानी है स्टाफ और स्कूल भवन के अभाव में व्यवस्था न बन पाने का इसका मूल उद्देश्य सफल होता नहीं दिख रहा.

3 वर्ष में हो पाया केवल 10% काम

सीएम राइस स्कूल बनाने को लेकर आदेश को लगभग 3 वर्ष का समय बीच जाने के बाद भी पूर्व में घोषित स्कूलों के अधो संरचना कार्य के तहत अभी तक भवनो का निर्माण कार्य पूरा नहीं हो पाया. यहां तक की 12 सीएम राइस स्कूलों में सभी स्कूलों का 10 से 20% ही काम हो पाया है. साथ ही सीएम राइस स्कूल को बनाने के लिए 10 एकड़ की जमीन उपलब्ध होना जरूरी है इतनी जमीन भी किसी स्कूल में नहीं है जमीन की व्यवस्था बनाने का काम भी चल रहा है और स्थित तो ऐसी भी है कि जहां जमीन की कमी हो रही है तो पुराने भवनों को गिराया जा रहा है.

बिना प्रचार के चल रहे विद्यालय

रीवा जिले में 12 सीएम राइस स्कूलों की घोषणा की गई थी जिनमें से 11 सीएम राइस स्कूल में प्राचार्य ही नहीं है उप्राचार्य के भरोसे यह विद्यालय चल रहे ऐसा इसलिए भी है क्योंकि प्राचार्य की नियुक्ति एक परीक्षा के आधार पर की जाती है. वह परीक्षा किसी शिक्षक ने पास ही नहीं कर पाई, जिसके कारण यह नियुक्ति स्कूलों में नहीं हो पाई और अधिकांश स्कूलों में शिक्षकों की कमी भी देखी जाती, क्योंकि शिक्षकों की नियुक्ति भी एक परीक्षा के तहत ही होती है.

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यह कमियां महत्वपूर्ण

वर्ष 2021-22 में घोषित हुई दर्जन भर सीएम राइस स्कूल

किसी स्कूल के पास नहीं है पर्याप्त जगह

वर्तमान स्थान के हिसाब से कक्षाओं का हो रहा संचालन

प्राचार्य से लेकर शिक्षकों तक की स्कूलों में कमी

नए सिरे से 17 सीएम राइस स्कूलों की घोषणा पुरानी का काम 10% ही हुआ

50 करोड़ की लागत से बनाए जा रहे स्कूल

आधुनिक स्कूलों के लिए आवंटित कुर्सियां हो रही खराब

राशि का आवंटन होने के बाद भी काम हो रहा लेट

सीएम राइस स्कूलों के लिए लोक शिक्षण संचनालय भोपाल द्वारा आधुनिक संरचना विकास के लिए पूर्व में ही राशि का आवंटन किया गया है. प्रथम चरण में चयनित 12 विद्यालयों के संरचना के लिए भवन मरम्मत भवन का रंग रोगन खेल मैदान सहित सभी कामों के लिए पैसे भेजे गए. लेकिन अभी तक यह काम पूरे नहीं हो पाए इसलिए जो शिक्षा व्यवस्था पहले थी वह भी सीएम राइस स्कूल बनने के कारण प्रभावित हो गई है.

सीएम राय स्कूलों का निर्माण कार्य धीमी गति से हो ही रहा है लेकिन सीएम राइस स्कूलों के निर्माण में जितनी जमीन की आवश्यकता होती है उसे कम में स्कूलों का निर्माण चल रहा है. प्रशासन सब कुछ जानते हुए भी और भी 17 नए सीएम राइस स्कूलों का बनाने की तैयारी कर रहा है, जबकि पुरानी स्कूलों की व्यवस्था ही ठीक नहीं है.

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