MP News: रीवा में कलेक्टर का फरमान, सरकारी कार्यालय के आसपास डेंगू मच्छर का लार्वा पाए जाने पर संबंधित अधिकारी के विरुद्ध होगी कार्रवाई
MP News: रीवा कलेक्ट्रेट के मोहन सभागार में डेंगू नियंत्रण के संबंध में अंतरविभागीय बैठक आयोजित की गई. कलेक्टर प्रतिभा पाल ने कहा कि वर्षाकाल में दूषित पानी, दूषित भोजन से उल्टी दस्त का प्रकोप होता है. घरों के आसपास जमा पानी, अनुपयोगी बर्तनों, टायरों आदि में जमा पानी में मच्छर पनपते हैं. सभी अधिकारी अपने कार्यालय तथा घर के आसपास साफ-सफाई रखकर मच्छरजनित रोगों से बचाव करें. कार्यालय के गमले, मच्छर काटने से मलेरिया का प्रकोप होता है तो उसका दूसरे स्थान पर संक्रमण नहीं होता है. लेकिन डेंगू पैदा करने वाले मच्छर एक व्यक्ति को काटने के बाद पूरे क्षेत्र में तेजी से प्रजनन करता है जिससे कई व्यक्तियों को डेंगू होने का खतरा होता है.
डलवाकर मच्छरों को पनपने का अवसर न दें. स्कूलों में आने वाले विद्यार्थियों तथा आंगनबाड़ी केन्द्र में आने वाली महिलाओं को मच्छरों से बचाव के संबंध में जागरूक करें. जिला मलेरिया अधिकारी स्मृता नामदेव ने बताया कि डेंगू मच्छर जनित बीमारी है. डेंगू के मच्छर पनपते हैं. घरों के साफ पानी में पनपते हैं. आसपास कूलर, पुराने टायर, टूटे बर्तनों आदि में पानी जमा न होने दें. इस संबंध में लोगों को लगातार जागरूक किया जा रहा है. रीवा शहर, गंगेव विकासखण्ड, सिरमौर विकासखण्ड में डेंगू के मरीज लगातार मिले हैं. यदि किसी घर में टायरों, कूलर आदि में पानी जमा न होने दें. आयुक्त नगर निगम टीम बनाकर कार्यालयों का निरीक्षण कराएं. यदि किसी कार्यालय में डेंगू मच्छर के लार्वा पाए जाते हैं तो उसके विरुद्ध नियमानुसार जुर्माने की कार्रवाई करें.
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इंसानों को काटने के तीन दिन बाद अंडे देता है मच्छर
मच्छर, इंसानों को काटने के तीन दिन बाद अंडे देता है. जब बारिश में अंडे पानी से भर जाते हैं, तो इनमें से लार्वा निकलता है. आम तौर पर, लार्वा पानी से भरे कंटेनरों में शैवाल, छोटे जलीय जीवों, पौधों के कणों को खाते हैं. अंडे से वयस्क यानी मच्छर बनने तक का पूरा चक्र 7-8 दिनों में होता है और एक वयस्क मच्छर का जीवनकाल लगभग तीन सप्ताह का होता है. एडीज इजिप्टी मच्छर गर्मियों में पैदा होते हैं और सर्दियों के मौसम में जीवित नहीं रहते हैं.
ऐसे करें खुद की सुरक्षा
पानी से भरे गड्ढों या कंटेनरों के लिए अपने आस-पास की जांच करें.
पानी वाले बर्तनों को साप्ताहिक रूप से साफ और साफ करें.
पौधों में पेड़ के छेद और अन्य गुहाओं को मिट्टी या रेत से भरें.
लंबी बाजू की शर्ट, लंबी पैंट, जूते और मोजे पहनकर खुद को ढक कर रखें.
खुली जगह पर कम से कम 10 फीसदी डीईईटी के साथ मच्छर भगाने वाली क्रीम लगाएं.
शिशुओं को डेंगू से बचाने के लिए पालना और मच्छरदानी का प्रयोग करें.
सुनिश्चित करें कि आप दिन के समय अपने दरवाजे और खिड़कियां बंद रखें.