MP News: एक्शन मोड में सीएम मोहन यादव, लाउडस्पीकर पर रोक समेत लिए ये 7 बड़े फैसले
मध्य प्रदेश के सीएम डॉ. मोहन यादव (फोटो- @DrMohanYadav51)
MP News: मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव (Mohan Yadav) को मध्यप्रदेश की कमान संभाले अभी एक महीना भी नहीं हुआ है. लेकिन इतने कम समय में उनका ‘नायक’ वाला अवतार देखने को मिला है. मोहन यादव पूरी तरह से एक्शन में हैं. अभी तक कई बड़े फैसले ले चुके मोहन यादव का अंदाज प्रदेश की जनता को पसंद आ रहा है. 13 दिसंबर को शपथ लेने वाले यादव ने अपराधियों के खिलाफ बड़े और ताबड़तोड़ फैसले लिए हैं.
प्रशासनिक स्तर पर भी उन्होंने गजब की सक्रियता और संवेदनशीलता दिखाई है.-शाजापुर कलेक्टर के खिलाफ उनका एक्शन उनकी संवेदनशीलता का उदाहरण है. कलेक्टर ने ट्रक ड्राइवर्स के साथ मीटिंग के दौरान एक ट्रक ड्राइवर से जिस भाषा में बात की, वो मुख्यमंत्री मोहन यादव को नागवार गुजरी. उन्होंने तत्काल कलेक्टर को हटा दिया साथ ही चेतावनी भी दी कि जनता के साथ अधिकारियों के बुरे बर्ताव को वो किसी भी कीमत पर बर्दाश्त करने वाले नहीं हैं.
शुक्रवार को रीवा में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने साफ कहा कि जनप्रतिनिधि और अधिकारी जनता की सेवा के लिए हैं. कोई कितना भी बड़ा प्रशासनिक अधिकारी हो, उसकी जनता से की गई बदतमीजी को कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. जनता के सम्मान के मामले में समझौता नहीं होगा. अपने कुछ ही दिनों के कार्यकाल में मोहन यादव जो छवि बनाई है वो ‘नायक’ के अनिल कपूर जैसी है.
मोहन यादव के 7 बड़े ACTION
1. लाउडस्पीकर, डीजे तेज बजाने पर रोक
2. खुले में मांस बेचने पर सख्ती
3. अपराधियों पर बुलडोजर की कार्रवाई
4. गुना बस हादसे के बाद RTO, CMO पर गाज
5. शाजापुर कलेक्टर किशोर कन्याल पर एक्शन
6. लापरवाही पर जबलपुर कलेक्टर सौरभ कुमार को हटाया
7. एमपी में बड़ी प्रशासनिक सर्जरी
लाउडस्पीकर और तेज डीजे बजाने पर रोक और खुले में मांस बेचने पर सख्ती का मोहन यादव का फैसला बताता है कि वो जनता की परेशानियों को लेकर कितने सजग और तत्पर हैं. अपराधियों पर बुलडोजर चलाने की कार्रवाई उनके सख्त प्रशासक होने की कहानी कहती है. गुना बस हादसे के बाद जिस तरह से सीएम का आक्रामक प्रशासक और संवेदनशील नेता का रूप दिखा, वो उम्मीद जगाता है कि मोहन यादव लोकतंत्र की उस परिभाणा को चरितार्थ करेंगे, जिसमें अब्राहम लिंकन ने कहा था कि लोकतंत्र जनता का, जनता के लिए और जनता द्वारा शासन है. लोकतंत्र में जनता ही सत्ताधारी होती है, उसकी अनुमति से शासन होता है, उसकी प्रगति ही शासन का एकमात्र लक्ष्य माना जाता है.
मोहन यादव फिलहाल उसी मिशन के साथ आगे बढ़ते दिख रहे हैं. मध्यप्रदेश में बड़ी प्रशासनिक सर्जरी करके भी सीएम ये संदेश दे रहे हैं कि जिम्मेदारी को बेहतर तरीके से निभाने वालों के लिए उनके पास भरपूर सम्मान और काम है. वहीं जो काम में लापरवाही करेंगे उनको सख्ती और कार्रवाई का सामना भी करना पड़ेगा. मोहन यादव बीजेपी के युवा मुख्यमंत्री हैं जो उम्मीद जगाते हैं कि उनके नेतृत्व में प्रदेश में विकास और रफ्तार पकड़ेगा. फिलहाल उनका ‘नायक’ अवतार जनता के बीच चर्चा का विषय बना हुआ है.