MP News: सीएम मोहन यादव के 180 दिनों के कार्यकाल में विकास के रास्ते पर सरपट भाग रहा उज्जैन, अब धार्मिक से आर्थिक नगरी की तरफ बढ़ाए कदम
MP News: 180 दिनों के कार्यकाल के दौरान सीएम मोहन यादव ने कई बड़े फैसले लिए हैं. इन फैसलों के बाद उज्जैन में विकास कार्यो में तेजी आई है और करोड़ों रूपये का कारोबार हुआ है. साथ ही शहर ने धार्मिक नगरी के साथ आर्थिक नगरी की और विस्तार के साथ कदम बढ़ाया है. मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने शपथ ग्रहण करते ही सनातन धर्म की तरफ कदम उठाया और खुले में मांस बेचने वालों पर पाबंदी लगाई. धार्मिक स्थलों से लाउडस्पीकर हटाने को लेकर दिए सख्त निर्देश भी उनके द्वारा उठाया गया बड़ा कदम रहा है.
उज्जैन में इतिहास रचते हुए उद्योगों के लिए देश -विदेश से इन्वेस्टर्स को बुलाकर समिट करवाकर मध्य प्रदेश के धार्मिक नगरी को आर्थिक नगरी की ओर एक कदम आगे बढ़ाया है. मध्य प्रदेश में व्यापार मेला अब तक ग्वालियर में ही लगता आया था जो कि इस बार प्रदेश के मुख्यमंत्री ने चौथा बड़ा निर्णय लेकर मध्य प्रदेश की धार्मिक नगरी में 40 दिवसीय व्यापार मेला लगाने का निर्णय लिया, जिससे उज्जैन में व्यापार मेले में करोड़ों का टर्नओवर उज्जैन में हुआ. सैकड़ों गाड़ियां दो पहिया और चार पहिया वाहन व्यापार मेले में से बिक्री हुईं जिससे मध्य प्रदेश के राजस्व विभाग को करोड़ों रुपए का टैक्स मिला.
उज्जैन के विकास के लिए कई अहम फैसले लिए
मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव का पांचवा बड़ा निर्णय ये है कि सरकार ने सिंहस्थ महापर्व को लेकर अभी से ही कमर कसी है और उज्जैन में जिस-जिस मार्गो से पेशवाई निकलती है, उसके चौड़ीकरण का काम भी डॉक्टर मोहन यादव के मुख्यमंत्री के तौर पर 180 दिनों के कार्यकाल में हुआ.
मुख्यमंत्री मोहन यादव का छठा बड़ा निर्णय महाकाल मंदिर में आने वाले देश भर से श्रद्धालुओं के लिए 4 लेन की जगह 6 लेन की मंजूरी देना रहा. सातवां बड़ा निर्णय श्रद्धालुओं के लिए हवाई यात्रा की सुविधा का शुभारंभ रहा, जिसका 16 तारीख से श्रद्धालु लाभ ले सकेंगे.
ये भी पढ़ें: MP News: जबलपुर से भोपाल अब केवल डेढ़ घंटे में, हवाई सफर के किराए में मिलेगी 50% की छूट
मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव की सरकार में 28 के सिंहस्थ को लेकर अभी से ही रोड मैप तैयार किया गया है, जिससे आने वाले 28 के सिंहस्थ में विकास के कार्यों के कायाकल्प और सिहस्थ क्षेत्र को अतिक्रमण मुक्त करने का निर्णय शामिल है.
मुख्यमंत्री का 10वां बड़ा महत्वपूर्ण काम शिप्रा नदी के जल को प्रवाह मान व शिप्रा के पवित्र जल को दूषित होने से बचाने का है. अधिकारियों के साथ शिप्रा शुद्धिकरण और शिप्रा को प्रवाह मय करने के लिए बड़ी-बड़ी बैठकों के बाद निकले निष्कर्ष से शिप्रा में गिरने वाले दूषित गंदे नालों से निजात मिलेगी.
किर्गिस्तान में उज्जैन के फंसे छात्रों से वीडियो कॉल पर बातचीत कर सीएम ने उनका हौसला बढ़ाया ओर किर्गिस्तान में चल रहे बवाल से बचाकर उज्जैन में अपने परिजनों से मिलवाने का काम किया.