MP News: विधानसभा में गूंजा ‘जल जीवन मिशन’ का मुद्दा, जांच को लेकर सदन में हंगामा

सदन में रामनिवास रावत ने भी जल जीवन मिशन को लेकर जांच की मांग करते हुए कहा कि सभी विधायक चाहते हैं की जांच हो तो जांच की जानी चाहिए. उन्होंने कहा कि कितने लोगों के घर में नलों के जरिए पानी आ रहा है इसकी भी जांच की जानी चाहिए .
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एमपी विधानसभा (फोटो- सोशल मीडिया)

MP News: मध्य प्रदेश विधानसभा में बजट सत्र का आज छठा दिन सदन में हंगामे से भरा रहा. कांग्रेस ने सदन में आज जल जीवन मिशन में भ्रष्टाचार का मुद्दा उठाया. जिस पर दोनों पक्षों में सदन में काफी हंगामा हुआ. सदन में उमंग सिंगार ने कहा कि जल जीवन में भ्रष्टाचार हुआ है. जिसकी जांच होनी चाहिए साथ ही इसमें सरकार के कौन लोग मिले हुए है. उनके नाम सामने आने चाहिए उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार भ्रष्टाचार को छिपाने की कोशिश कर रही है. जांच कर के ठेकेदार और अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई हो. उन्होंने कहा कि सत्ता और विपक्ष सभी विधायकों ने जल जीवन मिशन को लेकर घोटाले का आरोप लगाया है. हर विधानसभा में 100- 200 करोड़ की योजनाएं बनी उसमें खुलेआम भ्रष्टाचार हुआ है. नलों में पानी नहीं आ रहा है. सरकार कहती है हमने कनेक्शन दिए. कनेक्शन देने से क्या होता है नल में पानी आना चाहिए.

भंवर सिंह शेखावत बोले 2 हजार करोड़ का घोटाला हुआ

कांग्रेस विधायक भंवर सिंह शेखावत ने जल जीवन मिशन योजना को लेकर तंज कसते हुए कहा कि नल से हर घर तक पानी पहुंचे ये तो अच्छा है पर इस योजना में पाइप लाइन बिछाने के लिए सभी सड़क खोद दी गई है. एक भी सड़क दोबारा नहीं बनाई गई पूरे गांव और किसी पंचायत में भी सड़के नहीं बनी है. शेखावत ने आरोप लगाते हुए कहा कि इस मामले में जांच करानी चाहिए और. जांच के बाद योजना में 2 हजार करोड़ रुपए का घोटाला सामने आएगा .

विजयवर्गीय बोले जांच होगी

विपक्ष के आरोपों और भ्रष्टाचार के सवाल पर जवाब देते हुए संसदीय कार्य मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि पूरे मामले को गंभीरता से लेकर जांच कराई जाएगी अगर एक भी मामले में कोई दोषी होगा तो कार्रवाई की जाएगी. किसी भी ठेकेदार और अधिकारी को नहीं छोड़ा जाएगा. पर इस मामले में प्रदेश स्तरीय जांच कमेटी बनाना प्रैक्टिकल तौर पर सही नहीं है. जिसके बाद जांच कराने के मुद्दे पर सदन में जमकर हंगामा हुआ .

मंत्री संपत्तियां उइके बोली दिक्कतों को दूर करेंगे

वहीं मंत्री संपत्तियां उइके ने जल जीवन मिशन को लेकर सदन में कहा कि पीएम मोदी ने साल 2019 में जल जीवन मिशन योजना को लेकर ऐलान किया था. साल 2020 में जल जीवन मिशन योजना का शुभारंभ किया, 2 साल कोरोना के चलते खराब हुए है .वहीं दिनेश जैन ने भी जल जीवन मिशन को लेकर सवाल करते हुए कहा कि योजना को लेकर सड़क खराब हुई है, पाइप लाइन बिछाने के लिए सड़कों को तोड़ा गया, फिर उन्हें बताया नहीं गया जिसके जवाब में मंत्री संपत्तियां उइके ने कहा पाइपलाइन बिछाने के बाद सड़कें टूटी है तो ठेकेदारों का पैसा रोक लिया जाता है, जहां कहीं भी दिक्कत है उसे दूर किया जाएगा.

रामनिवास रावत ने की जांच की मांग

सदन में रामनिवास रावत ने भी जल जीवन मिशन को लेकर जांच की मांग करते हुए कहा कि सभी विधायक चाहते हैं कि जांच हो तो जांच की जानी चाहिए. उन्होंने कहा कि कितने लोगों के घर में नलों के जरिए पानी आ रहा है इसकी भी जांच की जानी चाहिए .कुल मिलाकर आज सदन में जल जीवन मिशन को लेकर काफी गरमा गर्मी देखने को मिली एक तरफ सरकार सब आरोपों को खारिज करती नजर आई तो कुछ मामलों में सरकार ने जांच की बात कही है. वहीं आज की कार्यवाही के दौरान कांग्रेस जल जीवन मिशन को लेकर सरकार को घेरती नजर आ रही है. माना जा सकता है आने वाले दिनों में विपक्ष भ्रष्टाचार और योजनाओं में हेर फेर के आरोपों में सरकार को घेरती नजर आएगी.

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