MP News: पूरी हो गई है 51 लाख पौधे लगाने की योजना, बनेगा वर्ल्ड रिकॉर्ड, सीएम मोहन यादव करेंगे शुभारंभ

MP News: इस अभियान का उद्देश्य मुख्य तौर पर ऑक्सीजन बढ़ाना, धरती का तापमान कम करना, पेड़ लगाकर भूजल बढ़ाना, प्रदूषण कम करना है.
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कैबिनेट मंत्री कैलाश विजयवर्गीय

MP News: पीएम मोदी द्वारा एक पेड़ मां के नाम अभियान के तहत देश भर में लगाए जाने वाले 140 करोड़ पेड़ लगाने के अभियान में भी इंदौर ने नंबर 1 आने की योजना बना ली है. यहां 7 से 14 जुलाई के बीच 51 लाख पौधारोपण करने का अभियान शुरू किया जा रहा है. अभियान की शुरुआत रविवार 16 जून को प्रदेश के सीएम डॉ मोहन यादव करेंगे. यह अभियान प्रदेश के नगरीय विकास, आवास एवं संसदीय कार्य मंत्री कैलाश विजयवर्गीय के नेतृत्व में किया जा रहा है. इसकी जिम्मेदारी नगर निगम को दी गई है, जो अपनी सीमा से बाहर जाकर भी पेड़ लगाएगा. मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने बताया कि इस अभियान को पूरा करने के लिए अब तक शहर के अलग अलग शासकीय विभाग, संस्थाओं, समाज, इंडस्ट्रीज, व्यापारिक संगठन, रहवासी संघों के साथ 50 बैठके की जा चुकी है. इसे पूरे शहर का मिशन बना दिया है. यह विश्व का सबसे बड़ा पौधारोपण अभियान बनने वाला है.

घर के नजदीक लगा सकते है पौधा

इंदौर में 3000 लोकेशन पर पौधे लगाए जायेंगे, जिनकी मैप पर जियो टैगिंग भी की जाएगी. इसकी वेबसाइट पर कोई भी व्यक्ति देख सकेगा, उसके घर के नजदीक कहा प्लांट लगा रहे है. जमीन देखकर पौधे लगाएंगे कौनसा पौधा कहा लगेगा, यह तय किया जा चुका है.

गड्ढे खोदना भी था बड़ी चुनौती

पौधारोपण के लिए गड्ढे करने के लिए 20 पोकलैंड, 25 जेसीबी, 250 मजदूर जुटे हुए है. इस अभियान के लिए 51 लाख गड्ढे खोदना सबसे बड़ी चुनौती था. पहले दिन 7 हजार गड्ढे हुए थे, जिनकी संख्या बढ़ती जा रही है और कल से 2 लाख गड्ढे हर दिन होंगे. इंदौर प्रशासन के सभी विभाग के अधिकारी इसमें जुटे हुए है.

यह शहर की मानसिकता बदलने का अभियान है. इसमें हम एक प्रयोग करने वाले है, एक व्यक्ति 10 पेड़ लगाए. हमारे पूर्वजों के नाम छोटे छोटे वन बने, रामायण के सभी पात्रों के नाम से भी छोटे वन बनाएंगे. अलीराजपुर और झाबुआ से भी एक्सपर्ट आयेंगे जो रेवती पहाड़ी पर प्लांटेशन करेंगे.

बच्चे लगाएंगे पौधे

यही नहीं अगली पीढ़ी को भी इसके लिए तैयार करने के उद्देश्य से हर स्कूल में बच्चों के लिए बीज और थैली देंगे, स्कूल संचालक मिट्टी देंगे और स्कूल के बच्चे पौधे लगाएंगे. ये बच्चे पेड़ बनाएंगे तो आने वाले समय में पेड़ खरीदने नही पड़ेंगे. इस अभियान के लिए 40 लाख पेड़ वन विभाग से, 10 लाख पेड़ अलग अलग जगह से लिए जायेंगे. साउथ इंडिया से जितने के पेड़ खरीदे, उतना खर्च लाने में लग रहा है.

पौधे लगाने की ट्रेनिंग देंगे

इस अभियान के माध्यम से हम पूरी दुनिया को मार्गदर्शन देंगे.  पहले यह अभियान 1 दिन में करने की योजना थी, लेकिन शहर के सभी पर्यावरणविद के साथ बैठे तो पता चला कि पेड़ लगा देंगे, लेकिन सुरक्षित नहीं रहेंगे. सही तरह से पेड़ लगाने की ट्रेनिंग आम जनता को दी जाएगी, पौधे प्लास्टिक की थैली में होंगे तो उसे कैसे निकाले ताकि पौधे की जड़ में नुकसान न हो इसकी जानकारी आम जनता को वीडियो के माध्यम से देंगे.

100 प्रतिशत जिंदा रखने की योजना

वन विभाग से उनके प्लांटेशन के बारे पूछने पर उन्होंने बताया कि 30 प्रतिशत पौधे भी बढ़ जाते है तो वो पर्याप्त है, लेकिन हमारा प्रयास है कि सभी 100 प्रतिशत पौधे जीवित रहे. इसके लिए हम टीम बनाएंगे, यदि कोई पेड़ सूख जाए तो उसे बदल दिया जाए. दूसरे राज्यों के पेड़ वहा के मौसम के अनुसार होते है, यहां लगाने में कुछ नष्ट हो सकते है, ऐसे पौधो के बदलने के लिए 5 लाख पेड़ एक्स्ट्रा रहेंगे.

किसानों को निशुल्क देंगे पौधे

इस अभियान में नगर निगम नोडल एजेंसी है, जो निगम सीमा के बाहर भी पौधे लगाने में मदद करेगा. किसान चाहे तो फलदार वृक्ष फ्री देंगे, बागड़ की बाउंड्री में बांस लगाए, 6 साल में बढ़ जाता है उसकी कीमत बढ़िया हो जाती है, सरकार बांस को प्रमोट कर रही है.

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छोटे वन के लिए बजट में प्रावधान

अभियान का उद्देश्य मुख्य तौर पर ऑक्सीजन बढ़ाना, धरती का तापमान कम करना, पेड़ लगाकर भूजल बढ़ाना, प्रदूषण कम करना है. प्रयास है कि शहर का हर व्यक्ति पेड़ लगाए. प्रतिपक्ष से भी पेड़ लगाने के अभियान में शामिल होने के लिए बात करेंगे. प्रदेश के आगामी बजट में नई कंडिका बना रहे है. हर शहर में जनसंख्या के आधार पर उसमे फेफड़े होना चाहिए, छोटे छोटे वन होना चाहिए। नए बजट में इसका प्रावधान रहेगा.

सीएम डॉ मोहन यादव करेंगे शुभारंभ

कल सीएम डा मोहन यादव अभियान का नाम, लोगो, टी शर्ट, प्रचार प्रसार की सामग्री का विमोचन करेंगे. हर पौधे में साथ प्लेट भी लगाएंगे, जिसमे पेड़ लगाने वाले का नाम लिखा होगा. ये प्लेट बेहद कम दामों में उपलब्ध करवाएंगे। 14 जुलाई को 11 लाख पेड़ रेवती रेंज में लगाकर रिकॉर्ड बनाएंगे. गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड की टीम गड्ढे गिनेगी, पूरे अभियान पर नजर बनाए रखेगी. अपील के बाद इस कैंपेन का नाम, स्लोगन, गाना तय करने के लिए सोशल मीडिया के माध्यम से 5 हजार मैसेज मिले है. नंदानगर में हर गली किसी किस्म के फल और सब्जी के नाम होगी, यहां क्षेत्र 2 के विधायक रमेश मेंदोला के नेतृत्व में साढ़े 3 हजार पेड़ लगाए जायेंगे.

शामिल हो सकतें है पीएम या गृहमंत्री

इस अभियान का खर्च नगर निगम, प्रदेश शासन और जन भागीदारी से खर्च उठाएंगे, जो करोड़ों रुपए हैं. इसमें शाम होने के लिए पीएम को भी आमंत्रित किया है. गृह मंत्री ने कहा है वो भी आ सकते हैं, केंद्रीय पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव भी अभियान में शामिल होंगे.

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