OMG! ग्वालियर-चंबल अंचल के सबसे बड़े अस्पताल में MRI के लिए 3 महीने की वेटिंग, जानें वजह

MP News: ग्वालियर-चंबल अंचल के सबसे बड़े अस्पताल जयारोग्य अस्पताल में MRI के लिए लोगों को दो से तीन महीने तक वेटिंग का सामना करना पड़ रहा है. जानिए क्या है पूरा मामला-
gwalior news

जयारोग्य अस्पताल

MP News:  अगर आपके घर में कोई या आपका कोई रिश्तेदार बीमार है… डॉक्टर ने उसके इलाज के लिए सबसे महत्वपूर्ण जांच MRI कराने की बात कही है. अब इस जांच के लिए अगर आपको दो से तीन महीने तक का इंतजार करना पड़े तो क्या होगा…  हम ऐसा इसलिए कह रहे हैं क्योंकि ऐसा मामला ग्वालियर चंबल-अंचल के सबसे बड़े जयारोग्य अस्पताल से सामने आया है. इस मामले ने स्वास्थ्य व्यवस्था की पोल खोल दी है.

MRI के लिए तीन महीने की वेटिंग

अंचल के सबसे बड़े जयारोग्य अस्पताल के सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल में मरीज को MRI की जांच करने के लिए एक दिन नहीं, 10 दिन नहीं, 20 दिन नहीं बल्कि दो से तीन महीने का इंतजार करना पड़ रहा है. हालत ऐसे हो चुके हैं कि यहां पर मरीज इस महत्वपूर्ण जांच के लिए दर-दर भटक रहे हैं. ऐसी स्थिति में मरीज को निजी संस्थानों में जाकर ही जांच करानी पड़ रही है. साथ ही इसके लिए मोटी रकम चुकाना भी मजबूरी बन गई है.

ग्वालियर-चंबल संभाग का सबसे बड़ा अस्पताल

ग्वालियर का जयारोग्य अस्पताल ग्वालियर-चंबल संभाग का सबसे बड़ा अस्पताल है. यहां इलाज करने के लिए अंचल के मरीज ही नहीं बल्कि उत्तर प्रदेश और राजस्थान के जिलों के मरीज भी बड़ी संख्या में आते हैं. ऐसे में मरीजों को अलग-अलग जांचों के लिए भटकना पड़ रहा है. हालात ऐसे हैं कि अन्य जांचों के लिए एक सप्ताह की वेटिंग है. वहीं, सबसे महत्वपूर्ण जांच MRI के लिए दो से तीन महीने की वेटिंग चल रही है. ऐसे में जो मरीज बाहर से आ रहे है वह दर-दर भटक रहे हैं. MRI जांच कराने आए मरीज के परिजनों का कहना है कि यहां आसानी से MRI नहीं हो पा रहा है. हालात ऐसे हैं कि अभी MRI के लिए 31 जनवरी तक का इंतजार करना पड़ेगा.

ये भी पढ़ें-  Madhya Pradesh में जर्मन एक्सपर्ट्स और इंडियन टेक्नोलॉजी मिलकर खोलेंगे औद्योगिक विकास के नए द्वार

एक ही सरकारी अस्पताल में मशीन 

ग्वालियर जिले में सिर्फ एक ही सरकारी अस्पताल जयारोग्य अस्पताल में एमआरआई मशीन है.. यहां पर शहर के चारों सरकारी अस्पतालों के मरीज एमआरआई की जांच करने के लिए पहुंचते हैं. जयारोग्य अस्पताल के सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल में रोज 20 से 25 MRI की जांच होती है, लेकिन फिर भी अभी वेटिंग 2 से 3 महीने की चल रही है. इससे मरीज काफी परेशान हैं.

ज्यादा कीमत चुका रहे परिजन

सबसे बड़ी बात यह है कि जो गंभीर मरीज हैं , उन्हें बाहर निजी संस्था पर दो से तीन गुने पैसे देकर MRI की जांच करा रहे हं. वहीं, सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल की अधीक्षक डॉक्टर गिरिजा शंकर का कहना है कि यह बात सही है कि इस समय MRI जांच के लिए वेटिंग काफी लंबी है और इसका कारण यह है कि मरीजों की संख्या सबसे अधिक है.

ये भी पढ़ें- MP News: ‘हीरों की नगरी’ में चमकी युवक-युवती की किस्मत, कंकड़ साफ करते-करते मिले 6 हीरे

अभी ठंड का मौसम भी शुरू हो गया है. ऐसे में सर्वाइकल और ब्रेन से संबंधित मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ने लगी है. यही वजह है कि डॉक्टर ऐसे मरीजों के लिए MRIकी जांच करने के लिए बोलते हैं, लेकिन यहां पर स्वास्थ्य व्यवस्था बदहाल होने के कारण MRI जांच के लिए मरीज को दर-दर भटकना पड़ रहा है. अब जरूरत है कि जिले के बड़ी सरकारी अस्पतालों में अलग से MRI जांच की व्यवस्था हो ताकि ऐसे गंभीर मरीजों को भटकना न पड़े.

ज़रूर पढ़ें