MP News: सतना जिला अस्पताल में घोर लापरवाही, आइसोलेशन वार्ड के बाथरूम के कमोड में फंसा मिला 8 माह के नवजात का शव

MP News: जिला अस्पताल सतना का यह कोई पहला मामला नहीं है इससे पहले भी ऐसी घटनाएं अस्पताल में होती रहीं हैं बावजूद इसके अस्पताल प्रबन्धन ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठा पाया.
In Satna District Hospital, an 8 month old newborn baby was found trapped in the commode of the bathroom of the hospital.

सतना जिला अस्पताल में 8 माह के नवजात बच्चा अस्पताल के बाथरूम के कमोड में फंसा मिला.

विकाश पाण्डेय-

MP News: सतना जिला अस्पताल से दिल दहला देने वाला मामला निकल कर सामने आया है. जहां 8 माह के नवजात बच्चे का शव अस्पताल के बाथरूम में लगे कमोड में फंसा मिला जिसकी जानकारी मिलते ही पूरा अस्पताल प्रबन्धन हिल गया. दरअसल, जिला अस्पताल सतना में उस वक्त हड़कंप की स्थित निर्मित हो गई जब बाथरूम की सफाई करने आई सफ़ाई कर्मी को बाथरूम के कमोड में एक नवजात बच्चा फंसा दिखा, सफ़ाई कर्मी ने तुरंत ही इस बात की सूचना अस्पताल प्रबन्धन को दी. सूचना मिलते ही अस्पताल प्रबन्धन हरकत में आया और कमोड में फंसे नवजात बच्चे को कमोड से बाहर निकाला गया.

अस्पताल प्रबन्धन की घोर लापरवाही

दरअसल, जिला अस्पताल सतना का यह कोई पहला मामला नहीं है इससे पहले भी अस्पतला में ऐसी घटनाएं अस्पताल में होती रहीं हैं बावजूद इसके अस्पताल प्रबन्धन ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठा पाया. लिहाजा कभी मृत नवजात तो कभी नवजात बच्चियों के शव या कपड़े से लिपटी मासूम नवजात अस्पताल के अन्दर मिलते रहे हैं.

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गार्ड की चौकसी के बाद भी हो रही घटनाएं

ज़िला अस्पताल के सभी वार्डों में पैनी नज़र और सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखने कड़े इंतजामों का दावा किया जाता है जिसके लिए गार्ड और सीसीटीवी कैमरों की व्यवस्था की गई है और लाखों करोड़ों खर्च किए जाते हैं. बावजूद इसके अस्पताल में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति हो रही है और नवजात बच्चों के परिजनों का अस्पताल प्रबन्धन पता तक नहीं लगा पाता.

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