MP News: मध्य प्रदेश में फिर बढ़ रही नक्सली गतिविधियां, छत्तीसगढ़ से एमपी में हो रही घुसपैठ, सुरक्षाबल मुस्तैद

MP News: जंगल के रास्ते आसानी से नक्सली मध्य प्रदेश के बालाघाट में दाखिल होते हैं. बालाघाट में गर्मियों के दिनों में नक्सलियों का मूवमेंट बढ़ जाता है.
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प्रतीकात्मक चित्र (फोटो- सोशल मीडिया)

मध्य प्रदेश में नक्सली मूवमेंट तेज से बढ़ रहा है. पड़ोसी राज्य छत्तीसगढ़ से नक्सली बालाघाट में पैठ बना रहे हैं. पिछले कई सालों में बालाघाट में हत्या और ब्लास्ट के मामले में हार्डकोर नक्लसियों की गिरफ्तारी के लिए एमपी पुलिस मुख्यालय ने छत्तीसगढ़ पुलिस को जानकारी भेजी है. एमपी में एक्टिव राजनंदगांव के 36 नक्सलियों की गिरफ्तारी के लिए रिपोर्ट भेजी है.

छत्तीसगढ़ के राजनंदगांव से एमपी का बिरसा थाना क्षेत्र 30 किमी है.जंगल के रास्ते आसानी से नक्सली मध्य प्रदेश के बालाघाट में दाखिल होते हैं. अपनी मौजूदगी दर्ज कराते हुए कई बार हॉकफोर्स और सीआरपीएफ से सामना भी हुआ है. आपसी मुठभेड़ में कई बार पुलिस जवान और नक्सली भी मारे जा चुके हैं. पिछले कई सालों में नक्सलियों ने मुखबिरी के शक में ग्रामीणों की हत्याएं भी की हैं. वहीं नक्सली पुलिस के जवानों की हत्या की साजिश भी रच चुके हैं.

एमपी के तीन जिलों में मूवमेंट

मध्य प्रदेश में छत्तीसगढ़ जैसी स्थिति नहीं है. एमपी के तीन जिलों में अक्सर मूवमेंट नक्सलियों का बना रहता है. एमपी में नक्सलियों से सबसे ज्यादा प्रभावित बालाघाट जिला है. वहीं कान्हा नेशनल पार्क से सटे मंडला और डिंडोरी में भी मूवमेंट रहता है. मध्य प्रदेश पुलिस मुख्यालय ने नक्सलियों की गिरफ्तारी के लिए छत्तीसगढ़ पुलिस को जानकारी भेजी है. महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़ और एमपी नक्सलियों का ट्रांजिट प्वाइंट बन चुका है. इसी कारण एमपी पुलिस की चिंता भी बढ़ी है.

छत्तीसगढ़ से एमपी में क्यों हो रहा मूवमेंट

छत्तीसगढ़ के पूर्व डीजीपी एमएस अंसारी नक्सल प्रभावित कई जिलों में एसपी और आईजी रह चुके हैं. नक्सलियों के मूवमेंट पर पूर्व डीजीपी एमएस अंसारी ने कहा कि जब छत्तीसगढ़ में सर्चिंग के दौरान फायरिंग या फिर जवानों का आपरेशन शुरु होता है, फिर एमपी के बार्डर के जिलों में नक्सली अंडरग्राउंड हो जाते हैं. पुलिस का सर्च कई दिनों तक जंगलों में होता है, ऐसे में नक्सली एमपी में पनाह लेते हैं. अंसारी यह भी कहते हैं कि नक्सलियों की धरपकड़ में पुलिस का इंटर स्टेट कार्डिनेशन की भी कमी है, इसलिए लाख कोशिशों के बाद भी नक्सलियों का खात्मा संभव नहीं है.

एमपी में ढेर हुए करोड़ों के इनामी नक्सली

नक्सल विरोधी अभियान चलाते हुए हाकफोर्स ने साल 2023 में तीन बड़ी कार्रवाई की हैं. इन कार्रवाइयों में हॉकफोर्स ने 2 महिला नक्सलियों सहित 4 हार्डकोर नक्सलियों को धराशायी किया है. सभी नक्सलियों पर मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा संयुक्त रूप से 14-14 लाख रुपये का इनाम घोषित किया गया था.

इसके अलावा अगस्त 2023 में मध्यप्रदेश पुलिस ने जबलपुर शहर से नार्थ बस्तर तथा आरकेबी डिविजन की संगठन का प्रभारी एसजेडसीएम अशोक रेड्‌डी उर्फ बलदेव को उसकी पत्नी एसीएम रेमती के साथ गिरफ्तार किया था. रेड्डी से पूछताछ पर छत्तीसगढ़ पुलिस ने कई इलाकों में दबिश देते हुए नक्सलियों का सफाया कर चुकी है.

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गर्मिंयों में बढ़ता नक्सलियों का मूवमेंट

बालाघाट में गर्मियों के दिनों में नक्सलियों का मूवमेंट बढ़ जाता है. बालाघाट एसपी का कहना है कि मूवमेंट अभी बन हुआ है. वह खुद इस बात की तस्दीक कर रहे हैं कि नक्सलियों के बारे में लगातार इनपुट मिल रहे हैं.

बड़े नक्सली हमले की तैयारी

एमपी में लगातार नक्सलियों का मूवमेंट किसी बड़े एटैक की प्लानिंग की ओर इशारा कर रहा है. बहरहाल, पुलिस की यही कोशिश होगी कि बालाघाट में नक्सलियों की एंट्री पर बैरियर लगाया जाए.सूचना के साथ एक्शन भी दोनों राज्यों की पुलिस मिलकर करें, नहीं तो आए दिन नक्सलियों की दहशत एमपी में बढ़ती जाएगी.

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