त्वदीय पाद पंकजम नमामि देवी नर्मदे… नर्मदा जयंती पर इन संदेशों से दीजिए बधाई
नर्मदा जयंती 2025
Narmada Jayanti 2025: मध्य प्रदेश में हर साल माघ मास के शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथि को धूमधाम से नर्मदा जयंती मनाई जाती है. इस साल नर्मदा जंयती 4 फरवरी को मनाई जा रही है. इस मौके पर सुबह से बड़ी संख्या में श्रद्धालु मां नर्मदा के घाट पर पहुंचकर मां की पूजा-अर्चना करते हैं. एक-दूसरे को हर-हर नर्मदे या नर्मदे हर बोलकर संबोधित करते हैं. साथ ही मां नर्मदा के मंत्रों का उच्चारण और मां नर्मदा की आरती भी करते हैं. इस खास मौके पर अपनों को खास संदेश के जरिए बधाई दीजिए.
शांत रहे आपका मन, जैसे समुद्र का किनारा
मुसीबतों को पार करते जाएं आप, जैसे पानी में मझधारा
बिना रुके आगे बढ़ते जाएं आप. जैसे नर्मदा की धारा.
शीतल सी, मनोरम सी, उमंग से भर देती है,
नर्मदा मां हर ख्वाहिश पूरी कर देती हैं.
शुद्ध है इनका जल, बहता है कल-कल
जो भी इस में नहाए वह हो जाए निर्मल.
तरंग रंग सर्वदा, नमामि देवी नर्मदा.
नर्मदा जयंती की आपको शुभकामनाएं!
सदा अपना आशीर्वाद
हम भक्तों पर बनाए रखना
हमारे दुख भरे रास्तों पर
अपनी कोमलता की चादर बिछाए रखना
नर्मदा जयंती की शुभकामनाएं
त्वदीय पाद पंकजम नमामि देवी नर्मदे
नर्मदे हर… नर्मदा जयंती की हार्दिक शुभकामनाएं
लगा के डुबकी तुझमें
हम तन-मन को साफ करते हैं
जिनके संग बुरा किया, उनसे माफी मांगते
मेरे संग बुरा करने वालों को माफ करते हैं
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क्यों मनाई जाती है नर्मदा जयंती?
पौराणिक कथाओं के अनुसार माघ माह की शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथि पर मां नर्मदा धरती पर अवतरित हुई थीं. इस वजह से इस तिथि पर नर्मदा जयंती मनाई जाती है. इस दिन मां नर्मदा की पूजा-अर्चना और दान-पुण्य का बहुत महत्व है. मान्यता है कि सच्चे मन से नर्मदा नदी से की पूजा करने से जीवन के सभी तरह के दुख और संकट से छुटकारा मिलता है. साथ ही सुख-शांति मिलती है.
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