Mandsaur: NCB ने किया ड्रग्स बनाने वाले गिरोह का पर्दाफाश, संतरे के खेत में छिपा रखा था केमिकल, कांग्रेस बोली- बड़ा खेल चल रहा

MP News: NCB द्वारा पकड़ी गई लैब में मिले केमिकल और उपकरण से हर महीने करीब 50 किलो से ज्यादा एमडी ड्रग्स बनाई जा सकती है
NCB busted a drug manufacturing gang in Mandsaur

मंदसौर में NCB ने ड्रग्स बनाने के गिरोह का पर्दाफाश किया

MP News: मंदसौर (Mandsaur) में नार्कोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) ने ड्रग्स (Drugs) बनाने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है. जिले के गरोठ स्थित संतरे के खेत में छापामार कार्रवाई कर अवैध लैब का खुलासा किया है. यहां से केमिकल और ड्रग्स बनाने में इस्तेमाल की जाने वाली सामग्री जब्त की है. लैब में इस्तेमाल किए जाने वाले केमिकल जमीन में छिपा रखा था, ताकि किसी को आसानी से शक ना हो.

करीब 80 किलो सामग्री जब्त की गई

NCB की टीम ने गांव खेरखेड़ा थाना गरोठ के पास स्थित एक संतरे के बगीचे में दबिश दी. यहां नशीली दवाओं के निर्माण के लिए एक गुप्त प्रयोगशाला संचालित की जा रही थी. मौके से MDMA ड्रग्स पाउडर का अवैध उत्पादन करने वाले विभिन्न मशीनरी उपकरण और रसायन बरामद किए. गिरफ्तार आरोपियों ने बताया कि रसायनों को खेत में दफनाया गया है.

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टीम ने कार्रवाई करते हुए इसके बाद खुदाई कर एसीटोन, टोल्यूनि, हाइड्रोक्लोरिक एसिड, सोडियम सल्फेट, सोडियम कार्बोनेट, सल्फ्यूरिक एसिड, ब्रोमीन वॉटर, इथेनॉल आदि सहित 80.96 किलोग्राम और 7.5 लीटर रसायन जब्त किए है.

हर महीने 50 किलो ड्रग्स बनाई जा सकती है

NCB की टीम ने मशीनरी जैसे यूवी नियंत्रक, वैक्यूम ओवन, वजन मापने के तराजू, टेस्ट-ट्यूब, फनल, पिपेट, बीकर, फ्लास्क, फिल्टर, स्टैंड, पानी पंप, कैलिबर, तार, ड्रम, पाइप, बाल्टी, मापने वाले मग और ग्लास प्लेट आदि भी लैब से जब्त किए है. NCB द्वारा पकड़ी गई लैब में मिले केमिकल और उपकरण से हर महीने करीब 50 किलो से ज्यादा एमडी ड्रग्स बनाई जा सकती है.

कांग्रेस ने सरकार पर साधा निशाना

इस घटना को लेकर मध्य प्रदेश कांग्रेस के सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स के ऑफिशियल हैंडल से एक पोस्ट करके सरकार पर निशाना साधा. इसमें कहा गया कि अब मंदसौर जिले के गरोठ में भी अवैध ड्रग एमडीएम बनाने की चोरी-छुपे चल रही एक “फैक्ट्री” पकड़ में आई है.

आगे लिखा कि जब्त केमिकल से 50 किलोग्राम एमडीएम पावडर हर महीने बनाया जा सकता था. भोपाल के बाद अब मंदसौर में यह कार्रवाई भी सेंट्रल एजेंसी द्वारा की गई है. सवाल यह है कि गृहमंत्री मोहन यादव की पुलिस कहां है, क्या कर रही है? क्योंकि, इस तरह का “बड़ा-खेल” पुलिस की मिलीभगत से ही हो सकता है.

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