Madhya Pradesh: ‘मुझे खेत में जाने के लिए हेलिकॉप्टर दे दीजिए’; जब किसान ने कलेक्टर से कर दी मांग, जानें पूरा मामला

नीमच के किसान ने खेत में जाने के लिए कलेक्टर से मांगा हेलिकॉप्टर
Neemuch Farmer Demands Helicopter: मध्य प्रदेश के एक किसान ने जिला कलेक्टर से एक अजीबोगरीब मांग की है. खेत में रास्ता बंद होने से नीमच जिले के एक किसान ने कलेक्टर से खेत में जाने के लिए हेलिकॉप्टर मांगा है. खेत में 10 सालों से रास्ता बंद होने से किसान परेशान है. इसके लिए किसान ने कलेक्टर को प्रार्थना पत्र लिखकर हेलिकॉप्टर मांगा है.
विस्तार से जानिए क्या है पूरा मामला
नीमच के सरजना गांव के रहने वाले किसान रामसुख और उनके बेटे संदीप पाटीदार ने कलेक्टर से मदद की गुहार लगाई है. किसान ने जनसुनवाई के दौरान बताया कि गांव के ही कुछ दबंग लोगों ने करीब 10 सालों से उनके खेत का रास्ता रोक दिया है. जिसके कारण वह खेती करने के लिए भी खेत में नहीं जा पा रहे हैं. मामला कोर्ट में भी जा चुका है और कोर्ट के आदेश के बावजूद किसान अपने खेत में नहीं जा पा रहा है.किसान ने प्रशासनिक अधिकारियों पर मदद ना करने करने का भी आरोप लगाया है.
ये भी पढ़ें: कमरा लेने के बहाने घर में घुसी युवती, महिला को मसाज देकर बेहोश किया और फिर सारे जेवर लूटे
‘तहसीलदार, पटवारी सिर्फ खाना पूर्ति कर रहे’
किसान रामसुख ने जिला प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए हैं. किसान ने कहा, ‘मैंने मामले में निचली अदालत में आवेदन दिया था. लेकिन कोर्ट के आदेश के आदेश के बाद भी जिला प्रशासन खेत का रास्ता नहीं खुलवा रहा है. मैं डेढ़साल से लगातार अधिकारियों के चक्कर काट रहा हूं लेकिन कोई भी मदद नहीं मिल रही है.तहसीलदार और पटवारी सिर्फ खाना पूर्ति करते हैं. सिर्फ कागजी कार्रवाई करके मुझे वापस भेज देते हैं.’
‘10 सालों से नहीं कर पा रहा खेती‘
किसान ने कहा कि दबंगों ने रास्ता बंद कर दिया है. मेरे खेत पर जाने का कोई रास्ता नहीं है. पिछले 10 सालों से मेरे खेत खाली पड़े हैं. मेरी और मेरे परिवार की माली हालत बहुत खराब हो गई. आर्थिक तंगी से गुजर रहा हूं. कोर्ट कचेहरी में भी मेरे काफी पैसे खर्च हो गए हैं. लेकिन जिला प्रशासन बहरा हो चुका है उसे मेरा दुख-दर्द कुछ भी दिखाई नहीं दे रहा है. इसलिए मुझे अपने खेत में जाने के लिए हेलिकॉप्टर दिया जाए.
अधिकारियों ने दिया कार्रवाई का आश्वासन
किसान रामसुख और संदीप पाटीदार ने जनसुनवाई के दौरान तहसीलदार और पटवारी पर गंभीर आरोप लगाए. उन्होंने कहा कि इंदौर उच्च न्यायालय की खंडपीठ भी रास्ता खाली करवाने का आदेश दे चुका है. इसके बाद भी हमारी मदद नहीं की जा रही है. वहीं किसान की समस्या सुनन के बाद जनसुनवाई में मौजूद अधिकारियों ने किसानों को समझाबुझाकर शांत करवाया और जल्द ही रास्ता खाली करवाने का आश्वासन दिया है.