Jabalpur Bank Robbery: बैंक में 15 करोड़ की लूट में 24 घंटे बाद भी कोई सुराग नहीं, बाइक सवार बदमाशों की अब तक नहीं हो सकी पहचान

लूट के बाद अपराधी हाई-वे के रास्ते ही फरार हुए हैं. अपराध में इस्तेमाल की गई मोटरसाइकिलों की पहचान भी अब तक नहीं हो पाई. अंदाजा लगाया जा रहा है कि कुछ किलोमीटर चलने के बाद ही अपराधियों ने या तो मोटरसाइकिल कहीं छोड़ दी है, या फिर किसी के सहयोग से बाइक छोड़कर कार से ही फरार हुए हैं
Even after 24 hours, the police could not find any clue in the robbery of Rs 15 crore in Jabalpur.

जबलपुर में हुई 15 करोड़ की लूट में 24 घंटे बाद भी पुलिस को कोई सुराग नहीं मिला.

Jabalpur Bank Robbery: मध्य प्रदेश के जबलपुर में इसाफ स्मॉल फाइनेंस बैंक में हुई लूट पुलिस के लिए चुनौती बन चुकी है. 24 घंटे बीत जाने के बावजूद भी पुलिस को अब तक आरोपियों का कोई सुराग नहीं मिला है. स्मॉल फाइनेंस बैंक में घुसे 5 बदमाश 15 करोड़ का सोना लेकर फरार हो गए लेकिन अपने पीछे कोई भी सुराग नहीं छोड़ा.

प्लानिंग के साथ वारदात को अंजाम दिया

सिहोरा खितौला तिराहे पर स्थित स्मॉल फाइनेंस बैंक में डकैतों ने पूरी योजनाबद्ध तरीके से अपनी वारदात को अंजाम दिया था. बदमाश शाति हैं, उन्हें पता था कि पुलिस फिंगरप्रिंट और सीसीटीवी फुटेज ही खंगालेगी. इसीलिए शातिर बदमाशों ने वारदात के दौरान केवल हेलमेट ही नहीं पहना था बल्कि हाथों में ग्लव्स पहन कर बैंक के अंदर घुसे थे. यही वजह है कि ना तो बदमाशों की पहचान हो पा रही है और ना ही उनके फिंगरप्रिंट मिल पा रहे हैं. पुलिस और एसएफएल की टीम ने बैंक का कोना-कोना छान मारा है लेकिन अब तक अपराधियों का कोई भी सुराग हाथ नहीं लगा है. जो अब पुलिस के लिए भी चुनौती बन चुका है.

हाई-वे के रास्ते फरार हुए बदमाश

लूट के बाद अपराधी हाई-वे के रास्ते ही फरार हुए हैं. अपराध में इस्तेमाल की गई मोटरसाइकिलों की पहचान भी अब तक नहीं हो पाई. अंदाजा लगाया जा रहा है कि कुछ किलोमीटर चलने के बाद ही अपराधियों ने या तो मोटरसाइकिल कहीं छोड़ दी है, या फिर किसी के सहयोग से बाइक छोड़कर कार से ही फरार हुए हैं, या फिर कटनी की ओर न जाकर जबलपुर की ओर जाकर अपराधियों ने ट्रेन के जरिए दूसरे राज्य पहुंच चुके हैं. अपराधी अपने साथ 14 किलो से ज्यादा सोना रखे हुए हैं इसलिए इतनी बड़ी मात्रा में सोने को बाजार में खपाना आसान नहीं होगा. पुलिस ने अपराधियों की खोज के लिए जबलपुर से कई टीमें आसपास के क्षेत्र में रवाना कर दी हैं.

इसके पहले भी हो चुकी हैं वारदात

पुलिस के आला अधिकारियों ने भी घटनास्थल का निरीक्षण किया जबलपुर के आईजी प्रमोद वर्मा और पुलिस अधीक्षक संपत उपाध्याय ने घटनास्थल का जायजा लिया और जांच में जुटी पुलिस टीम को महत्त्वपूर्ण दिशा निर्देश दिए हैं.

सिहोरा के इसाफ स्मॉल फाइनेंस बैंक में हुई 14 किलो 875 ग्राम सोने की डकैती जबलपुर जिले की अब तक की सबसे बड़ी लूट बन गई है. हालांकि जबलपुर में इसके पहले जितने भी वारदात हुई हैं उसमें पुलिस को कोई खास सफलता हासिल नहीं हुई है. जबलपुर में इसके पहले 21 अप्रैल 2015 को लिज्जत पापड़ की संस्थापिका पुष्पा बेरी के घर 20 लाख की डकैती हुई थी. इसके बाद 2016 में नेपियर टाउन निवासी शराब कारोबारी के घर भी 15 लाख की डकैती हुई. 11 नवंबर 2016 को संजीवनी नगर क्षेत्र में रहने वाले अधिवक्ता के घर 10 लाख की डकैती हुई. वहीं 7 मई 2018 को नेपियर टाउन निवासी अग्रवाल परिवार के घर भी 80 लाख की डकैती हो चुकी है. 29 जुलाई 2023 को नेपियर टाउन में ही स्पेयर पार्ट्स कारोबारी के घर में भी डकैती कर आरोपी 15 तोला सोना लेकर फरार हो गए थे. यह तमाम डकैतियां आज भी अनसुलझी हैं और पुलिस आरोपियों तक नहीं पहुंच पाई.

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