Maha Shivratri पर उमड़ेगा जनसैलाब, 15 लाख से ज्यादा श्रद्धालु करेंगे बाबा महाकाल के दर्शन

Maha Shivratri: इस बार शिवरात्रि के दौरान महाकाल के दर्शन करने 15 लाख से ज्यादा श्रद्धालुओं के पहुंचने की उम्मीद जताई जा रही है.
Maha Shivratri

महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग

Maha Shivratri: धर्मनगरी उज्जैन में स्थित प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग भगवान महाकालेश्वर के मंदिर में हर साल की तरह इस साल भी शिव नवरात्रि का त्यौहार उत्साह और श्रद्धा के साथ मनाया जाएगा. खास बात यह है कि देशभर में स्थित ज्योतिर्लिंगों में से सिर्फ भगवान महाकाल के मंदिर में शिव नवरात्रि का त्योहार मनाया जाता है. नौ दिनों तक चलने वाले इस त्यौहार में भगवान महाकाल को दूल्हे के रूप में आकर्षक रूप से तैयार किया जाता है, जहां भगवान महाकाल का भव्य श्रृंगार किया जाता है.

इस साल इस पावन पर्व शिव नवरात्रि की शुरूआत 29 फरवरी से होगी जो 8 मार्च तक चलेगा. इस दौरान भक्त भगवान के 9 अलग-अलग स्वरूपों का दर्शन करेंगे. हालांकि इस दौरान भगवान के भोग आरती और संध्या पूजन का समय बदलेगा.

29 फरवरी से होगी शिव नवरात्रि की शुरूआत

29 फरवरी को शिव पंचमी के साथ शिव नवरात्रि की शुरूआत होगी. सुबह 8 बजे पुजारी कोटितीर्थ कुंड के समीप श्री कोटेश्वर महाकाल का अभिषेक पूजन करेंगे, जिसके बाद भगवान महाकाल को हल्दी चढाई जाएगी. करीब डेढ़ घंटे होने वाले पूजन के बाद करीब 9:30 बजे से गर्भगृह में भगवान महाकाल की पूजा की जाएगी.

इसके बाद 11 ब्राम्हण रूद्रपाठ करेंगे. इसके बाद भगवान की भोग आरती होगी. लगभग 4 बजे तक बाबा महाकाल को जल अर्पित किया जाएगा और भगवान को दूल्हे के रूप में सजाया जाएगा. इसके बाद भगवान का 9 दिन तक अलग अलग स्वारूपों में श्रृंगार किया जाएगा.

9 दिन 9 अलग स्वरूपों के होंगे दर्शन

पहले दिन बाबा महाकाल का चंदन से श्रृंगार किया जाएगा. साथ ही भगवान को सोला दुपट्टा धारण कराया जाएगा. भगवान को मुकुट,मुंडमाल और छत्र अर्पित किया जाएगा.

दूसरे दिन भगवान का शेषनाग श्रृंगार किया जाएगा.

तीसरे दिन भगवान का घटाटोप श्रृंगार किया जाएगा.

चौथे दिन भगवान को छबीना श्रृंगार से सजाया जाएगा.

पांचवे दिन भगवान को होलकर के रूप में सजाया जाएगा.

छठे दिन मनमहेश के रूप में भगवान का श्रृंगार किया जाएगा.

सांतवे दिन उमा महेश श्रृंगार किया जाएगा.

आठवें दिन भगवान को शिवतांडव श्रृंगार से सजाया जाएगा.

वहीं नौवें यानी महाशिवरात्रि के दिन देशभर के श्रद्धालु बाबा महाकाल के दर्शन करेंगे और अगले दिन महाकाल का सवामन सेहरे के रूप में सप्तधान श्रृंगार किया जाएगा. सेहरे के दर्शन के बाद दोपहर में भगवान महाकाल की भस्म आरती की जाएगी.

15 लाख से ज्यादा श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद

इस बार शिवरात्रि के दौरान महाकाल के दर्शन करने 15 लाख से ज्यादा श्रद्धालुओं के पहुंचने की उम्मीद जताई जा रही है, जिसे लेकर कलेक्टर नीरज सिंह की अध्यक्षता में बड़ी बैठक की गई. बैठक में फैसला लिया गया कि पिछले वर्षों की तरह इस वर्ष भी शिवरात्रि को लेकर पुख्ता व्यवस्थाएं की जाएगी. जिसे लेकर कलेक्टर ने सभी अधिकारियों को निर्देश दिए हैं.

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