MP: नहीं रहे पद्मश्री डॉ. एमसी डावर, 20 रुपये में करते थे इलाज; 1971 की जंग में घायल जवानों का किया था ट्रीटमेंट
पद्मश्री डॉ एमसी डावर का निधन हो गया.
Padma Shri Dr. MC Dower Death: पद्मश्री डॉ एमसी डावर अब हमारे बीच नहीं रहे. उन्होंने जबलपुर स्थित अपने आवास पर सुबह 4 बजे अंतिम सांस ली. डॉ एमसी डावर का पूरा जीवन गरीबों और जरूरत मंदों के लिए समर्पित रहा. वे 20 रुपये में गरीबों का इलाज करते थे. 1971 के युद्ध में भी उन्होंने अपनी सेवाएं दी थीं. भारत-पाकिस्तान युद्ध के दौरान उन्होंने घायल जवानों का इलाज किया था. साल 2023 में उन्हें पद्मश्री सम्मान से सम्मानित किया गया था.
3 पीढ़ियों के मरीजों का करते थे इलाज
डॉ एमसी डावर ने हमेशा गरीबों और जरूरत मंदों की सेवा की है. इस दौर में भी जब वे स्वस्थ थे तो 20 रुपये में ही इलाज करते थे और हर दिन 200 मरीजों को देखते थे. 1986 में वो सिर्फ 2 रुपये फीस लेते थे. उनके पास 3 पीढ़ियों के मरीज इलाज करवाने आते थे. डॉ एमसी डावर की ख्याति जबलपुर ही ही नहीं बल्कि देशभर के कई शहरों में थी. दूर-दूर से लोग इलाज करवाने के लिए उनके पास आते थे.
पाकिस्तान में हुआ था जन्म
डॉ एमसी डावर का जन्म 1946 में आज के पाकिस्तान और तब के अविभाजित भारत में हुआ था. डेढ़ साल की उम्र में ही उनके पिता का निधन हो गया था. उन्होंने परिवार के सहयोग से किसी तरह शुरुआती पढ़ाई की और फिर बाद में जालंधर में आगे की पढ़ाई की. वहीं बाद में जबलपुर से उन्होंने MBBS की डिग्री हासिल की.
2023 में पद्मश्री से सम्मानित किया गया
डॉ एमसी डावर ने सारी उम्र समाज और देश की सेवा में लगा दी. सस्ते इलाज के साथ वो कभी जरूरतमंद की मदद करने से कभी नहीं चूकते थे. 1971 में भारत-पाकिस्तान युद्ध के दौरान भी उन्होंने अपनी सेवाएं दी थीं. घायल जवानों का उन्होंने इलाज किया था. देश और समाज में उनके योगदान के लिए साल 2023 में उन्हें पद्मश्री सम्मान से सम्मानित किया गया.