दोस्ती जब किसी से की जाए, दुश्मनों की भी राय ली जाए… पढ़िए Rahat Indori के दिल छू लेने वाले शेर

Rahat Indori: पूरा देश आज मशहूर शायर राहत साहब की 75वीं जयंती मना रहा है. इस मौके पर पढ़िए उनके चुनिंदा शेर, जो आपके दिल को छू लेंगे.
Rahat Indori

शायर राहत इंदौरी (फाइल फोटो)

Rahat Indori: मशहूर शायर राहत इंदौरी साहब जब बोलना शुरू करते थे उन्हें लोग सुनते ही रह जाते थे. शेर और शायरी के ‘जादूगर’ कहे जाने वाले राहत इंदौरी की आज 75वीं जयंती मनाई जा रही है. 1 जनवरी 1950 को मध्य प्रदेश के इंदौर में जन्में राहत इंदौरी को सुनने न सिर्फ देश बल्कि विदेश से भी लोग पहुंचते थे. उनकी 75वीं जयंती पर पढ़िए राहत साहब के चुनिंदा शेर, जो आपके दिल को छू लेंगे.

  • दोस्ती जब किसी से की जाए
    दुश्मनों की भी राय ली जाए
  • उस की याद आई है सांसो जरा आहिस्ता चलो
    धड़कनों से भी इबादत में खलल पड़ता है
  • शाखों से टूट जाएं वो पत्ते नहीं हैं हम
    आंधी से कोई कह दे कि औकात में रहे

ये भी पढ़ें- जयंती विशेष: दिग्गज गजलकार का ऑटोग्राफ लेने पहुंचे राहत साहब ने जब पहली बार पढ़ी शायरी तो सुनते रह गए लोग, गूंज उठी तालियों की गड़गड़ाहट

  • रोज तारों को नुमाइश में खलल पड़ता है
    चांद पागल है अंधेरे में निकल पड़ता है
  • बहुत गुरूर है दरिया को अपने होने पर
    जो मेरी प्यास से उलझे तो धज्जियां उड़ जाएं
  • वो चाहता था कि कासा खरीद ले मेरा
    मैं उस के ताज की कीमत लगा के लौट आया

ये भी पढ़ें- Bhopal News: अपने ही चालान पर साइन नहीं कर पाया कार चालक, पी रखी थी इतनी शराब, ऑटो से भेजना पड़ा घर

  • अंदर का जहर चूम लिया धुल के आ गए
    कितने शरीफ लोग थे सब खुल के आ गए
  • किसने दस्तक दी, दिल पे, ये कौन है
    आप तो अन्दर हैं, बाहर कौन है
  • ये हादसा तो किसी दिन गुजरने वाला था
    मैं बच भी जाता तो एक रोज मरने वाला था
  • एक चिंगारी नजर आई थी बस्ती में उसे
    वो अलग हट गया आंधी को इशारा कर के
  • अब तो हर हाथ का पत्थर हमें पहचानता है
    उम्र गुजरी है तिरे शहर में आते आते
  • इन रातों से अपना रिश्ता जाने कैसा रिश्ता है
    नींदें कमरों में जागी हैं ख्वाब छतों पर बिखरे हैं

ज़रूर पढ़ें