Bhopal: 10 साल बाद कांग्रेस मुख्यालय आएंगे राहुल गांधी, गुजरात की तर्ज पर संगठन में बदलाव की तैयारी

Rahul Gandhi: लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी कल भोपाल आएंगे. 10 साल बाद कांग्रेस दफ्तर जाएंगे. गुजरात की तर्ज पर मध्य प्रदेश में भी जिला अध्यक्षों की नियुक्ति की जाएगी.
Rahul Gandhi

राहुल गांधी

Bhopal News: लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) 3 जून को मध्य प्रदेश के दौरे पर रहेंगे. पार्टी के नेता राहुल गांधी के स्वागत की तैयारियों में जुट गए हैं. उनके ग्रैंड वेलकम की तैयारी कर रहे हैं. राहुल गांधी भोपाल एयरपोर्ट से कांग्रेस दफ्तर तक रोड शो करेंगे. रोड शो वाले रास्ते पर 50 अलग-अलग जगहों पर स्वागत मंच तैयार किए गए हैं. शहर में विभिन्न स्थानों को उनकी फोटो, पोस्टर, होर्डिंग्स से पाट दिया गया है.

10 साल बाद पार्टी दफ्तर पहुंचेंगे राहुल गांधी

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी 10 साल बाद भोपाल स्थित प्रदेश कांग्रेस के मुख्यालय जाएंगे. उनके स्वागत को लेकर रविवार यानी 31 मई को बड़ी बैठक हुई जिसमें कांग्रेस प्रदेश प्रभारी हरीश चौधरी, पीसीसी चीफ जीतू पटवारी समेत कई पार्टी पदाधिकारी शामिल हुए.

पार्टी पदाधिकारियों के साथ करेंगे बैठक

राहुल गांधी रवींद्र भवन में पार्टी के पदाधिकारियों के साथ बैठक करेंगे. सांसद, विधायक और संगठन के पदाधिकारियों से अलग-अलग संवाद करेंगे. केंद्रीय पर्यवेक्षक, प्रदेश कार्यकारिणी, राजनीतिक मामलों की समिति के सदस्य और जिला अध्यक्षों के साथ भी संवाद करेंगे. तीन बैठकें प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में होंगी. इस दौरान राहुल गांधी संगठन सृजन अभियान की आवश्यकता और आगामी कार्ययोजना को लेकर भी बात कर सकते हैं.

बैठक के लिए जिस नेता की जरूरत होगी उसे ही प्रवेश दिया जाएगा.राहुल गांधी सुबह 9 बजे भोपाल पहुंचेंगे. सुबह 11 बजे से शाम 4 बजे तक बैठक करेंगे. इस दौरान कुल 5 बैठकों में शामिल होंगे.

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गुजरात की तर्ज पर संगठन में बदलाव की तैयारी

संगठन में बड़े स्तर पर बदलाव की तैयारी है. गुजरात की तर्ज पर संगठन में बदलाव किए जाएंगे. इसी कारण से मध्य प्रदेश में कांग्रेस जिला अध्यक्ष की सूची रुक गई है. ये कांग्रेस के इतिहास में पहली बार है कि आलाकमान सीधे जिला अध्यक्षों की नियुक्ति कर रहे हैं. 30 फीसदी जिला अध्यक्षों को ही बदला जाएगा. संगठन प्रभारी संजय कामले ने बताया कि ज्यादातर पुराने नामों पर सहमति बन गई है.

जिला अध्यक्षों के चयन में बड़े नेताओं की पसंद और नापसंद नहीं चलेगी. पर्यवेक्षक जिला अध्यक्ष का चयन करेंगे. इसके लिए 5-5 नामों का पैनल बनाया गया है. हाईकमान नामों को क्रॉस चेक कर सकेंगे और उसके बाद सूची जारी की जाएगी.

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