Bhopal Railway Station पर यात्रियों का चेहरा बनेगा उनकी पहचान, 250 से ज्यादा हाई रिजोल्यूशन कैमरों से वेरीफाई होगा टिकट
रेलवे स्टेशन (फाइल फोटो)
MP News: रेलवे ने यात्रियों के सफर को सुगम और सुरक्षित बनाने के उद्देश्य से भोपाल रेलवे स्टेशन में हाई रिजोल्यूशन कैमरे लगाने की प्लानिंग की है. इसके लिए पूरे स्टेशन पर 250 से ज्यादा कैमरे लगाए जाएंगे. इस प्लान को रेल मंत्रालय से मंजूरी मिलने के बाद प्रभाव में लाया जाएगा.
भोपाल स्टेशन पर लगेंगे 250 हाई रिजोल्यूशन कैमरे
रेलवे स्टेशन पर किसी एयरपोर्ट की ही तरह सुरक्षा और सुविधा देने के लिए रेलवे ने 250 से ज्यादा हाई रिजोल्यूशन कैमरे लगाने की तैयारी की है. ये कैमरे फेशियल रिकग्निशन टेक्नोलॉजी पर काम करेंगे, जिसके बाद यात्रियों को प्लेटफॉर्म पर जाने के लिए टिकट या आईडी नहीं दिखाना होगा. यात्रियों का चेहरा ही अब उनकी पहचान बनेगा. इस सिस्टम की मदद से क्राउड मैनेजमेंट के साथ-साथ टिकट की फर्जी बुकिंग और असुरक्षित यात्रियों पर भी रोक लगाई जा सकेगी.
यात्रियों का चेहरा बनेगा उनकी पहचान
रेलवे का ये सिस्टम यात्रियों के फेस को इस्तेमाल करेगा. इसके लिए यात्रियों को रेलवे के पोर्टल पर एक बार अपना चेहरा और पहचान संबंधी जानकारी अपलोड करनी होगी. ऐसा करने से यात्री की जानकारी टिकट बुकिंग सिस्टम से लिंक हो जाएगी. जब यात्री स्टेशन पहुंचेगा तो हाई-रेजोल्यूशन कैमरे उनके चेहरे को स्कैन कर टिकट बुकिंग डेटा से वेरीफाई करेगी. ये प्रक्रिया सेकंडों में पूरी हो जाएगी, जिसके बाद यात्री बिना किसी मैनुअल जांच के प्लेटफॉर्म या वेटिंग एरिया में जा सकेंगे.
अपराधियों को भी पकड़ेगा ये सिस्टम
गवर्नमेंट रेलवे पुलिस (GRP) के रिकॉर्ड में संदिग्ध या आपराधिक चरित्र के व्यक्तियों का डेटा भी इन कैमरों के सिस्टम से लिंक किया जाएगा. कोई भी ऐसा कोई चेहरा जब सामने आएगा तो GRP थाने को अलर्ट मिल जाएगा. पहले चरण में वीआईपी एंट्री और रिजर्वेशन काउंटर के पास कैमरे लगेंगे और फिर इसके बाद सभी प्लेटफॉर्म और गेट पर ये कैमरे लगाए जाएगे.
पूर्व स्टेशन मैनेजर सीएस शर्मा ने बताया कि रेलवे स्टेशनों को एयरपोर्ट की तर्ज पर डेवलप किया जा रहा है, तो सुविधाएं भी आधुनिक होनी चाहिए. इसलिए फेस रिकग्निशन तकनीक का उपयोग सही है. वहीं रेलवे सलाहकार समिति के सदस्य निरंजन वाधवानी व मुकेश अवस्थी का कहना है कि स्टेशनों पर सबसे पहले एंट्री गेट सीमित किए जाना चाहिए.
रेल मंत्रालय से मंजूरी के बाद शुरू होगा काम
भोपाल रेल मंडल के सीनियर डीसीएम सौरभ कटारिया ने बताया कि भोपाल स्टेशन पर क्राउड मैनेजमेंट करने के लिए इस सिस्टम पर काम किया जा रहा है. रेल मंत्रालय की ओर से हरी झंडी मिलते ही इस दिशा में काम शुरू कर दिया जाएगा. रेल अधिकारी ने आगे बताया कि पूर्व में दिल्ली और मुंबई के स्टेशनों पर भी इस सिस्टम को पायलट प्रोजेक्ट के रूप में शुरू किया गया था.