Jabalpur: डिजिटल अरेस्ट का शिकार हुआ रिटायर्ड बैंक कर्मी, 76 लाख की ठगी, मानव तस्करी में फंसाने की धमकी देकर रकम ट्रांसफर करवाई

आरोपियों ने बुजुर्ग को 2 दिनों तक डिजिटल अरेस्ट का डर बनाकर फंसाए रखा. डर और दबाव में आए बुजुर्ग ने अपनी एफडी(FD) तोड़कर 76 लाख बैंक खाते में जमा कर दि
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सांकेतिक तस्वीर.

Jabalpur digital arrest: मध्य प्रदेश के जबलपुर में रिटार्यड बुजुर्ग बैंक कर्मी से डिजिटल अरेस्ट के नाम पर 76 लाख की ठगी का मामला सामने आया है. आरोपियों ने खुद को सीबीआई अधिकारी बताकर मानव तस्करी के मामले में फंसाने की धमकी दी, फिर सुप्रीम कोर्ट में रकम जमा करवाने के नाम पर अपने खाते में रुपये ट्रांसफर करवा लिए.

कॉल पर कहा- आपके सिम पर मामला दर्ज है

पूरा मामला जबलपुर के संजीवनी नगर इलाके का है. यहां के रहने वाले अनिल कुमार नन्हौरिया (72) के पास 22 नवम्बर 2025 को सुबह करीब साढ़े 10 बजे एक कॉल आया. कॉल करने वाले ने खुद को टेलीकम विभाग का अधिकारी बताया और कहा कि उनके नाम से जारी मोबाइल सिम से किसी अपराध में संलिप्तता की शिकायत दिल्ली में दर्ज है. इसके बाद बुजुर्ग से कहा कि उन्हें दिल्ली जाकर स्टेटमेंट देना होगा. इसके बाद ठगों ने खुद को सीबीआई अधिकारी बताया और जुर्माने और गंभीर कार्रवाई का डर दिखाया.

FD तोड़कर रकम बैंक खाते में जमा करवाई

आरोपियों ने बुजुर्ग को 2 दिनों तक डिजिटल अरेस्ट का डर बनाकर फंसाए रखा. डर और दबाव में आए बुजुर्ग ने अपनी एफडी(FD) तोड़कर 76 लाख बैंक खाते में जमा कर दिए. जब बुजुर्ग के पैसे वापस नहीं आए तो उन्होंने थाने में जाकर शिकायत की. इसके बाद उन्होंने एहसास हुआ कि उनके साथ ठगी हो चुकी है.

क्राइम ब्रांच ने दर्ज किया मुकदमा

क्राइम ब्रांच ने ठगों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है. साथ ही आरोपियों की पहचान के लिए जुटी हुई है. पुलिस ने लोगों से यह अनुरोध किया है कि यदि उन्हें ऐसी कॉल या शक होता है, तो तत्काल स्थानीय पुलिस या साइबर सेल (Cyber Cell) को सूचित करें और बैंक विवरण या खाते की जानकारी साझा न करें.

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