कांग्रेस में गुटबाजी का जिन्न! अजय सिंह बोले- नेता लड़ें, लेकिन कार्यकर्ताओं को नहीं लड़ना है, बीजेपी ने कहा- अब पछताने से कुछ नहीं होगा
कांग्रेस की गुटबाजी पर बोले कांग्रेस नेता अजय सिंह
MP News: मध्य प्रदेश कांग्रेस में गुटबाजी का जिन्न से सामने आ गया है. नेताओं के बीच हो रही कलह रह-रह के सामने आ रही है. चुरहट से कांग्रेस विधायक और वरिष्ठ नेता अजय सिंह (Ajay Singh) ने कार्यकर्ताओं को गुटबाजी ना करने की सलाह दी है. एक कार्यक्रम में संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि नेता लड़ें आपस में लेकिन कार्यकर्ताओं को नहीं लड़ना चाहिए.
हम तो ये पूछना चाहते हैं कि नेता भी क्यों लड़ें?
बुधवार यानी 26 मार्च को सतना जिले के एक कार्यक्रम में अजय सिंह ने गुटबाजी पर कहा कि नेता लड़ें आपस में लेकिन कार्यकर्ताओं को नहीं लड़ना चाहिए. हम तो ये पूछना चाहते हैं कि नेता भी क्यों लड़ें. बात ऊपर से चलती है, पहले ये मंच में जितने लोग बैठे हैं ये लड़ना बंद कर दें. तब हम देखेंगे. एक बोल रहे हैं कि हम 46 साल से राजनीति कर रहे हैं. दूसरे कह रहे हैं हमारे पिताजी 16 बार चुनाव हारे. हम वो नहीं जानते हैं.
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उन्होंने आगे कहा कि हम भी 22 चुनावों का संचालन कर चुके हैं. दाऊ से लेकर अब तक. 7 बार के विधायक हैं. 2 बार सांसद और 2 बार विधायक का चुनाव हारे. इस तरह से 11 बार हो गए. सतना से ही लोकसभा का चुनाव लड़े थे. जितने लोग यहां बैठे हैं वे जानते हैं कि किसने हराया. मैं उस बात फिर से जानना चाहता. वो बात पुरानी हो गई और इतिहास हो गई. आज से नई बात शुरू करना चाहिए.
पीसीसी चीफ ने अजय सिंह ने की अपील
पीसीसी चीफ जीतू पटवारी ने कांग्रेस नेताओं को गुटबाजी खत्म करने के लिए हाथ जोड़े. उन्होंने साथ ही पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह से पुरानी बाते छोड़कर आगे बढ़ने की बात कहीं. पटवारी ने पहले भी पार्टी में गुटबाजी को कैंसर की तरह बताया था.
बीजेपी ने साधा निशाना
प्रदेश बीजेपी मीडिया अध्यक्ष आशीष अग्रवाल ने निशाना साधते हुए कहा कि गुटबाजी कांग्रेस का सहज चरित्र है. कांग्रेस में गुटबाजी हावी है. धक्कामुक्की, जूतमपैजारी कांग्रेस का चरित्र है. उन्होंने आगे कहा कि यही कारण है कि जनता साथ नहीं है. जब लाखों कार्यकर्ता कांग्रेस छोड़-छोड़कर जा रहे थे. तब जीतू पटवारी को यह कहना था,अब पछतावे होत क्या जब चिड़ियां चुग गई खेत.