Shivpuri: CM मोहन यादव ने माधव नेशनल पार्क में पन्ना से लाई गई बाघिन छोड़ी, 9 टाइगर रिजर्व वाला मध्य प्रदेश एकमात्र राज्य बना

Shivpuri News: यह देश का एकमात्र टाइगर रिजर्व है जिसके भीतर अंतरराष्ट्रीय महत्व की जल संरचना रामसर साइट भी मौजूद है
CM Mohan Yadav released tigress in Madhav National Park

सीएम मोहन यादव ने माधव नेशनल पार्क में बाघिन छोड़ी

Shivpuri News: मध्य प्रदेश देश का ऐसा पहला राज्य बन गया है, जहां 9 टाइगर रिजर्व हैं. जिसमें शिवपुरी के माधव नेशनल पार्क को भी शामिल किया गया है. अब यह राष्ट्रीय उद्यान रणथंभौर, कूनो और पन्ना रिजर्व टाइगर से जुड़ जाएगा. मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव और केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने माधव नेशनल पार्क में एक मादा टाइगर को छोड़कर वन्य जीव संरक्षण के क्षेत्र में एक और बड़ा कदम उठाया है.

‘वन्यजीव प्रेमियों के लिए अद्भुत समाचार’

ग्वालियर-चंबल अंचल में कूनो नेशनल पार्क के बाद अब शिवपुरी का माधव नेशनल पार्क वन्य जीव संरक्षण के क्षेत्र में बड़ी उपलब्धि हासिल कर चुका है. सीएम डॉ मोहन यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने माधव नेशनल पार्क को टाइगर रिजर्व में शामिल किए जाने पर खुशी व्यक्त की है. इसे वन्यजीव प्रेमियों के लिए अद्भुत समाचार बताया है और सराहना की है. माधव नेशनल पार्क, मध्य प्रदेश का 9वां टाइगर रिजर्व बन गया है. इसका क्षेत्रफल 1,751 वर्ग किलोमीटर है, जिसमें 1,275 वर्ग किलोमीटर का बफर जोन भी शामिल किया जाएगा.

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5 वॉच टावर बनाए गए हैं

मुख्यमंत्री ने जिस मादा टाइगर को यहां छोड़ा वह पन्ना टाइगर रिजर्व से लाई गई है. इसके कुछ दिन बाद एक नर टाइगर को भी यहां लाया जाएगा. इससे पहले, माधव नेशनल पार्क में तीन टाइगर छोड़े गए थे, जिनके दो शावक भी हो चुके हैं. अब यहां कुल बाघों की संख्या सात हो जाएगी. पार्क प्रबंधन ने इस आयोजन के लिए विशेष तैयारियां की हैं. जिसमें 5 वॉच टावर, 4 हाईमास्ट कैमरे और ट्रैप कैमरे लगाए गए हैं.

ग्वालियर-चंबल अंचल में बनेगा वाइल्डलाइफ कॉरिडोर

ग्वालियर चंबल अंचल अब वन्य प्राणियों का सबसे बड़ा कॉरिडोर बन गया है कि माधव नेशनल पार्क और कूनो नेशनल पार्क का क्षेत्र जंगल के जरिए मिलता है. इस प्रकार टाइगर और चीतों का इलाका 3,451 किलोमीटर का होगा. शिवपुरी से राजस्थान के रणथंभौर की सीमा लगी है. ऐसे में शेर और चीतों के विचरण का इलाका अब शिवपुरी-श्योपुर से राजस्थान तक बढ़ जाएगा. इसमें जंगली जानवर आसानी से विचरण कर सकेंगे.

वन्य जीव विशेषज्ञ विश्राम शर्मा का मानना है कि इस कॉरिडोर से ग्वालियर चंबल अंचल में पर्यटकों की संख्या कई गुना बढ़ने वाली है, क्योंकि यहां जो पर्यटक आएंगे एक साथ कई वन्य प्राणियों को देख सकेंगे. पर्यटक राजस्थान के रणथंभौर से कूनो नेशनल पार्क में चीतों का दीदार करेंगे. उसके बाद शिवपुरी के माधव नेशनल पार्क आकर टाइगर्स देख सकेंगे.

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देश का एकमात्र टाइगर रिजर्व जहां है रामसर साइट

अब ग्वालियर चंबल अंचल वन्य प्राणियों का सबसे बड़ा कॉरिडोर बन गया है. यहां आने वाले पर्यटक अब एक साथ माधव नेशनल पार्क, कूनो अभ्यारण और राजस्थान के रणथंभौर पार्क घूम सकेंगे. यह देश का एकमात्र टाइगर रिजर्व है जिसके भीतर अंतरराष्ट्रीय महत्व की जल संरचना रामसर साइट भी मौजूद है.

13.5 किलोमीटर लंबी 8 फीट ऊंची दीवार से घिरा होने और शहरी इलाके से सटा होने से या टाइगर रिजर्व खास है. यहां रिजर्व के भीतर कई ऐतिहासिक भवन व पक्षी विहार भी मौजूद हैं. टाइगर रिजर्व का कुल क्षेत्रफल 1, 651.38 वर्ग किलोमीटर है. इसमें 375.28 वर्ग मीटर का कोर एरिया और 1276.15 वर्ग किलोमीटर का बफर एरिया बनाया गया है.

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