Shivpuri: नकली ‘हरीसिंह’ ने ITBP में पाई नौकरी, असली बकरी चराता रह गया, वेरिफिकेशन में हकीकत आई सामने

Shivpuri News: असली हरीसिंह आदिवासी ने बताया कि 9 साल पहले यूपी के आगरा आलू खोदने गया था. यहां हरीसिंह की मुलाकात भूरा गुर्जर से हुई
Shivpuri: Fake Hari Singh got a job in ITBP with fake documents

प्रतीकात्मक तस्वीर (AI Image )

Shivpuri News: मध्य प्रदेश के शिवपुरी (Shivpuri) से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है. जहां नकली ‘हरीसिंह आदिवासी’ ने फर्जी दस्तावेजों के सहारे ITBP (इंडो-तिब्बत बॉर्डर पुलिस) में नौकरी पा ली. जब ITBP की ओर से वेरिफिकेशन कराया गया तो पता चला कि असली ‘हरीसिंह आदिवासी’ बकरी चरा रहा है.

क्या है पूरा मामला?

भूरा गुर्जर ने हरीसिंह आदिवासी के दस्तावेज इस्तेमाल करके ITBP में नौकरी पा ली. नौकरी के लिए भूरा ने हरीसिंह आदिवासी के 8वीं का रिजल्ट, जाति प्रमाण पत्र और निवास प्रमाण पत्र समेत कई दस्तावेज इस्तेमाल किए. जब वह पोस्टिंग वाली जगह पहुंचा तो अफसर को उसके बोलने के तरीके पर शक हुआ. इसके बाद ITBP की ओर से वेरिफिकेशन कराया गया. जांच के लिए शिवपुरी कलेक्टर के पास दस्तावेज भेजे गए. उसने चकरा गांव में अपने पता बताया था. कलेक्टर ने पटवारी से गांव जाकर वेरिफिकेशन के लिए कहा. जब पटवारी गांव पहुंचा तो उसके होश उड़ गए. उसने देखा कि असली हरीसिंह आदिवासी बकरी चरा रहा है.

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9 साल पहले आगरा गया था ‘हरीसिंह आदिवासी’

असली हरीसिंह आदिवासी ने बताया कि 9 साल पहले यूपी के आगरा आलू खोदने गया था. यहां हरीसिंह की मुलाकात भूरा गुर्जर से हुई. उसने हरीसिंह को 10 बीघा जमीन का लालच देकर आदिवासी से 8वीं कक्षा की मार्कशीट, जाति प्रमाण पत्र और निवास प्रमाण पत्र ले लिया. इसके बाद भूरा ने इन दस्तावेजों का डिजिटल प्रमाण पत्र बनवा लिए. फर्जी ST सर्टिफिकेट बनवाकर ITBP में नौकरी पा ली.

ITBP ने दर्ज कराई शिकायत

ITBP ने भूरा गुर्जर के खिलाफ शिकायत करवाई है. वह असम के शोणितपुर में 54वीं वाहिनी में तैनात था.

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