The Talk Time: क्यों नगर निगम के टिकट मिलने के बावजूद चुनाव नहीं लड़े मंत्री विश्वास सारंग? जान लीजिए

The Talk Time: साल 1994 में भोपाल नगर निगम चुनाव में कैबिनेट मंत्री विश्वास सारंग को चुनाव के लिए टिकट मिला था, लेकिन उन्होंने यह चुनाव नहीं लड़ा था. जानें क्यों-
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कैबिनेट मंत्री विश्वास सारंग

The Talk Time: मध्य प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री विश्वास सारंग ने विस्तार न्यूज के The Talk Time शो में खुलकर बात की. ग्रुप एडिटर ब्रजेश राजपूत के साथ बातचीत के दौरान उन्होंने बताया कि साल 1994 भोपाल नगर निगम चुनाव के लिए टिकट मिलने के बावजूद उन्होंने चुनाव क्यों नहीं लड़ा. आप भी जान लीजिए-

राजनीति में बाय च्वाइस और बाय डिफॉल्ट हुई एंट्री?

इंजीनियिंग की पढ़ाई के बाद राजनीति में एंट्री के सवाल पर कैबिनेट मंत्री विश्वास सारंग ने कहा- ‘मैं सोच-समझकर राजनीति में आया हूं. मैं बाय च्वाइस राजनीति में आया हूं. बाय डिफॉल्ट नहीं. जब मैं 9वीं क्लास में था तब मैं विद्यार्थी परिषद में तब मैं शायद सबसे युवा नगर पदाधिकारी बन गया था. तब प्रदेश में अर्जुन सिंह की सरकार थी, तब सरकार ने PMT में इंग्लिश कंप्लसरी कर दी थी. इसके विरोध में हमने बड़ा आंदोलन किया था.’

टिकट मिलने के बावजूद चुनाव नहीं लड़े?

मंत्री विश्वास सारंग ने आगे कहा- ‘उसके बाद मैं इंजीनियरिंग करने गया था. इसके बाद जब मैं लौटा तो 1994 में भोपाल नगर निगम के चुनाव थे. उस समय में मुझे टिकट मिल गया था. तब मेरे पिता ने विरोध किया था. वह खुद उस कमेटी में थे. तब कमेटी के सदस्यों ने कहा कि युवा है. युवा को टिकट देंगे. इसे लेकर घर में दो धड़ बन गए. मां टिकट मिलने के साथ थी और पिता विरोध में थे. पिता जी ने कहा कि अगर सार्वजनिक क्षेत्र में आना है तो पहले कार्यकर्ता के रूप में कार्य करो. उसके बाद मैंने चुनाव नहीं मिला. साल 1999 में मुझे पार्षद का चुनाव मिला और तब मैंने चुनाव लड़ा.’

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