इधर संसद में पेश हुआ One Nation One Election बिल, उधर कृषि मंत्री शिवराज सिंह ने गिनाए इसके फायदे
One Nation One Election: पूरे देश में लोकसभा और विधानसभा चुनाव को एक साथ कराने के लिए मंगलवार को संसद में वन नेशन, वन इलेक्शन बिल पेश किया गया. केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने इस बिल को पेश किया. इधर संसद में बिल पेश होने से पहले केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इसके फायदे गिनाए. साथ ही इस पर अपनी बात भी रखी.
‘देश की आवश्यकता’
वन नेशन, वन इलेक्शन को लेकर केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा- ‘ वन नेशन वन इलेक्शन, आज देश की आवश्यकता है. बार-बार होने वाले चुनावों से देश की प्रगति और विकास कार्य प्रभावित होते हैं. आजादी के बाद कई वर्षों तक एक साथ लोकसभा और विधानसभाओं के चुनाव होते रहे लेकिन कांग्रेस ने अपने स्वार्थ के लिए विधानसभाओं को भंग करना शुरू कर दिया और देश को बार-बार चुनाव कराने की प्रक्रियाओं में उलझा दिया. कांग्रेस तो संवैधानिक नियमों और प्रक्रियाओं का निरंतर उल्लंघन करती रही है.’
‘नए लोगों को अवसर मिल सकेगा’
उन्होंने आगे लिखा- ‘एक साथ लोकसभा और विधानसभाओं के चुनाव होते हैं तो बार-बार आचार संहिता नहीं लगेगी और विकास कार्य निरंतर चलते रहेंगे. साथ ही प्रधानमंत्री जी की ऊर्जा और समय की बचत होगी. राजनैतिक दल हमेशा चुनावी मोड में रहते हैं, इसमें कमी आएगी. मंत्री, मुख्यमंत्री एवं राजनेताओं का समय भी चुनाव की जगह विकास कार्यों में लग सकेगा. एक साथ लोकसभा और विधानसभा के चुनाव होने से नए लोगों को अवसर मिल सकेगा. बार-बार चुनाव के कारण लोक लुभावने वादों की प्रतिस्पर्धा भी समाप्त होगी. देश का और पार्टियों का चुनाव खर्च भी कम होगा.’
‘बार-बार चुनावी ड्यूटी से मुक्ति मिलेगी’
वन नेशन, वन इलेक्शन के बारे में अपनी पोस्ट पर केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आगे लिखा- ‘प्रशासनिक अधिकारी, सुरक्षा बल, डॉक्टर्स, शिक्षक एवं अन्य कर्मचारियों को बार-बार चुनाव में लगने वाली ड्यूटी से मुक्ति मिलेगी और वे अपने कार्य में निरंतरता रख पाएंगे. सुदूरवर्ती क्षेत्र, नक्सल क्षेत्रों में एक साथ चुनाव होने के कारण हमारे सुरक्षाबल बार-बार होने वाली चुनावी प्रकियाओं से मुक्त होगें एवं सुरक्षााबलों की हानि भी कम हो सकेगी.’
शिवराज सिंह चौहान ने लिखा- ‘बार-बार चुनाव होने से मतदाताओं में भी उदासीनता देखने को मिलती रही है, हम इस समस्या से भी निजात पा सकेंगे. एक साथ चुनाव होने से इलेक्शन कमीशन और नवाचार कर पाएगा. कोड ऑफ़ कंडक्ट का सही से पालन होने के साथ-साथ चुनावी वैमनस्यता से मुक्ति मिलना, असामाजिक तत्वों पर रोक लगना, चुनावी तनाव कम होने जैसे कारक भी संभव हो सकेंगे.’
एक देश एक चुनाव के लिए मत विभाजन
केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल द्वारा सदन में एक देश एक चुनाव बिल पेश होने के बाद इसके पक्ष में 269 वोट पड़े, जबकि बिल के खिलाफ 198 वोट पड़े. लोकसभा में बिल बहुमत से स्वीकार हो गया. बता दें कि इस बिल को ‘संविधान (129वां संशोधन) विधेयक 2024’ नाम दिया गया है.
बता दें कुछ दिनों पहले एक सभा को संबोधित करते हुए केंद्रीय कृषि मंत्री और मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने वन नेशन वन इलेक्शन पर बयान दिया था. उन्होंने कहा था कि हमेशा होने वाले चुनाव की वजह से समय और पैसे की बर्बादी होती है.