प्रयागराज महाकुंभ भगदड़ के बाद यूपी-एमपी बॉर्डर सील, जाम में फंसे 30 हजार वाहन, बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात
प्रयागराज महाकुंभ भगदड़ के बाद यूपी-एमपी बॉर्डर को सील किया गया
Rewa News: प्रयागराज महाकुंभ (Prayagraj Mahakumbh) में भगदड़ (stampede) के बाद उत्तर प्रदेश सरकार ने बड़ा निर्णय लेते हुए दूसरे जिलों से लगने वाली सीमा को सील कर दिया है. महाकुंभ में श्रद्धालुओं की भीड़ को नियंत्रित करने के लिए यह निर्णय लिया गया है. रीवा जिले से लगने वाली यूपी बॉर्डर को भी सील कर दिया गया है. इस वजह से यहां वाहनों की लंबी कतार देखने को मिल रही है.
‘एंबुलेंस और प्रशासनिक गतिविधियां जारी रहेंगी’
मौनी अमावस्या के अमृत स्नान में करोड़ों की तादाद में श्रद्धालु आस्था की डुबकी लगाने के लिए तीर्थ राज प्रयाग पहुंच रहे हैं. प्रयागराज से लगे सभी जिलों की सीमा सील कर दिया गया है. अब कोई भी आम नागरिक प्रयागराज की सीमा पर प्रवेश नहीं कर सकता है. केवल एंबुलेंस और प्रशासनिक गतिविधियां संचालित होंगी. मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश की सीमा को भी सील कर दिया गया है. बैरिकेड लगा दिए गए हैं. मध्य प्रदेश के रास्ते प्रयागराज पर कोई भी व्यक्ति प्रवेश नहीं कर सकता है.
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बॉर्डर सील होने से 30 हजार वाहन की लंबी कतार
बॉर्डर सील होने के बाद अब मध्य प्रदेश की सीमा पर लंबा जाम देखा जा रहा है. 20 से 25 किलोमीटर तक की दूरी पर लगभग 30,000 वहां खड़े हैं. लोगों का कहना है कि पिछले 1 दिन से वह जाम में फंसे हुए हैं और निकलने की कोशिश कर रहे हैं. लेकिन जिस तरह भीड़ बढ़ी है, उसके बाद प्रशासन ने सीमाएं सील की है तो निकल नहीं पा रहे हैं. जिसके कारण काफी मुश्किलों का भी सामना करना पड़ रहा है.
रीवा एसपी ने संभाला जिम्मा
यूपी-एमपी बॉर्डर पर स्थिति को देखते हुए रीवा पुलिस अधीक्षक रीवा एसपी विवेक सिंह ने जिम्मा संभाला है. उन्होंने कहा है कि श्रद्धालुओं को कोई समस्या न हो और असुविधा से बचाया जा सके इसके लेकर पुलिस बल मौजूद है.
मेडिकल और पैरामेडिकल टीम तैनात
किसी तरह की स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराने के लिए चाकघाट में मेडिकल टीम को तैनात किया गया है.