MP के इस गांव में पानी की वजह से नहीं हो पा रही शादी, कुंवारों की बढ़ रही संख्या, जानें क्या है मामला
सांकेतिक तस्वीर (AI Image)
Bhind News: देश भले ही आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है लेकिन भिंड जिले के मेहगांव विधानसभा के गाता गांव में आज तक लोगों को दो बूंद पानी के लिए संघर्ष करना पड़ रहा है. पढ़ाई और रोजगार छोड़ कर लोगों को पीने के पानी के लिए गांव से तीन से लेकर पांच किमी की दूरी तय करना पड़ रही है. खारे पानी की वजह से इस गांव के लड़के कुंवारे रह जा रहे हैं. उनकी शादी नहीं हो रही है.
क्या है पूरा मामला?
दरअसल भिंड जिले की मेहगांव विधानसभा के गाता गांव में रहने बाले ग्रामीण पीने के पानी की एक-एक बूंद के लिए तरस रहे हैं. गांव मे वर्षों के संघर्ष के बाद नल-जल योजना के लिए पानी की टंकी बना दी गई हो लेकिन घर के दरवाजे तक आज तक उस पाइप लाइन से नल की टोंटी से पानी नहीं पहुंच सका. जहां तक पानी मिला भी तो सिर्फ खारा ही पानी. सरकार की मंशा है कि हर घर के दरवाजे पर मीठे पानी की टोटी नल जल योजना के अंतर्गत पहुंचे. लेकिन PHE विभाग की अनदेखी और कमीशनखोरी की वजह से आज तक मीठा पानी इस गांव के लोगो को नहीं मिल पा रहा है.
कुंवारों की संख्या बढ़ रही
गांव में खारा पानी आने की वजह से कोई भी अपनी बेटी की शादी इस गांव में करने को तैयार नहीं है. शादी ना होने की वजह से कुंवारे लड़कों की संख्या बढ़ रही है. दूसरे गांवों से शादी का रिश्ता लेकर आने वालों को जब इस बात का पता चलता है कि गाता में खारा पानी है तो वे बिना रिश्ता तय किए चले जाते हैं.
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लोग पलायन करने के लिए हो रहे मजबूर
खारे पानी की वजह से ग्रामीणों को कई मुसीबतों का सामना करना पड़ रहा है. कई लोग गांव छोड़कर शहर की ओर पलायन कर रहे हैं. ग्रामीणों का मानना है कि खारे पानी की वजह से गांव में कैंसर के केस बढ़ रहे हैं.
PHE विभाग ने की अनदेखी
लोक स्वास्थ्य एवं अभियांत्रिकी (PHE) विभाग के अफसर भी इस बात को लेकर बचते नजर आते हैं. गांव में खारे पानी की समस्या पर कुछ बोलने तक को तैयार नहीं होते हैं.