‘दिग्विजय सिंह हमेशा देशद्रोहियों के साथ खड़े रहते हैं’, विश्वास सारंग बोले- नक्सली के एनकाउंटर पर घड़ियाली आंसू बहा रहे
MP Politics: मध्य प्रदेश के कैबिनेट मंत्री विश्वास सारंग ने एक बार फिर कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह पर फिर से हमला बोला है. दिग्विजय सिंह के नक्सलियों को लेकर किये ट्वीट पर मंत्री विश्वास सारंग ने निशाना साधा है. सारंग ने कहा कि दिग्विजय की नक्सलियों को समर्थन, आतंकियों को संरक्षण देने और पाकिस्तान परस्ती की बात करने की आदत है.
‘नक्सली के एंकाउंटर पर घड़ियाली आंसू बहा रहे’
कैबिनेट मंत्री विश्वास सारंग ने कहा, ‘दिग्विजय सिंह हमेशा देशद्रोहियों के साथ खड़े दिखते हैं. दो दिन पहले मध्य प्रदेश के लाल शहीद हुए. तब तो दिग्विजय सिंह ने कुछ नहीं कहा. कोई संवेदना नहीं व्यक्त की. लेकिन जब कोई नक्सली एनकाउंटर में मारा जाता है तो दिग्विजय सिंह घड़ियाली आंसू बहाते हैं. कभी जाकिर नाइक को संरक्षण देने की बात करते हैं. आतंकियों को सरंक्षण देने वाले दिग्विजय सिंह पाकिस्तान परस्ती और तुष्टीकरण में इतने डूब चुके हैं कि वो हर समय देश द्रोहियों का समर्थन करते हैं. दिग्विजय सिंह का नक्सलियों का दिया गया बयान देशद्रोह की श्रेणी में आता है.’
दिग्विजय सिंह ने कहा था- विषय कुछ और है
नक्सलियों के एनकाउंटर को लेकर दिग्विजय सिंह ने सोशल मीडिया साइट एक्स पर ट्वीट किया था. दिग्विजय सिंह ने लिखा था, ‘मैं नक्सली द्वारा की जा रही हिंसा का घोर विरोधी हूं. उनके साथ कोई समझौता हो कर उन्हें आत्म समर्पण कराया जाता है मैं उसके पक्ष में हूं. विषय कुछ और है. उन्हें सामाजिक आर्थिक रूप से मेनस्ट्रीम में लाया जाना चाहिए. देश के सभी Schedule Area विशेष कर बस्तर संभाग आदिवासी क्षेत्र में भारत सरकार PESA कानून लागू करना चाहिए? बस्तर के खनिज सम्पत्ति में स्थानीय आदिवासी की भागीदारी देना चाहिए ? अब बात आती है SIR द्वारा मतदाता सूची तैयार करने की. SIR में जो प्रमाण पत्र मांगे जा रहे हैं क्या देश के आदिवासी बाहुल्य Schedule Areas विशेष कर नक्सली क्षेत्रों में आदिवासियों के पास होंगे, जिससे उनका नाम मतदाता सूची में शामिल हो सकें? प्रश्न ये हैं जिन पर सभी राजनैतिक दलों को ध्यान देना चाहिए. भाजपा आदिवासी हितों की कभी समर्थक नहीं रही.’
मैं नक्सली द्वारा की जा रही हिंसा का घोर विरोधी हूँ। उनके साथ कोई समझौता हो कर उन्हें आत्म समर्पण कराया जाता है मैं उसके पक्ष में हूँ। विषय कुछ और है। उन्हें सामाजिक आर्थिक रूप से mainstream में लाया जाना चाहिए।
— Digvijaya Singh (@digvijaya_28) November 21, 2025
देश के सभी Schedule Area विशेष कर बस्तर संभाग आदिवासी क्षेत्र में…
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