प्रयागराज के रास्तों पर भयंकर जाम, घंटों फंसे श्रद्धालु, संगम रेलवे स्टेशन भी 14 फरवरी तक बंद, Maha Kumbh में उमड़ रहा जनसैलाब
प्रयागराज आने वाले सभी रास्तों पर 10-15 किलोमीटर लंबा जाम लगा हुआ है
Maha Kumbh 2025: महाकुंभ का आज 30वां दिन है. इन 30 दिनों में अब तक 41 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने संगम में पवित्र स्नान किया है. वीकेंड होने पर महाकुंभ में शनिवार और रविवार की छुट्टी के चलते श्रद्धालुओं का जनसैलाब उमड़ पड़ा. एक तरफ जहां संगम नगरी में पेअर रखने तक की जगह नहीं दिख रही, वहीं प्रयागराज आने वाले सभी रास्तों पर 10-15 किलोमीटर लंबा जाम लगा हुआ है.
आज राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू संगम पहुंचने वाली हैं. VVIP मूवमेंट होने के कारण संगम क्षेत्र में जाम बढ़ता जा रहा है. वाराणसी, लखनऊ, कानपुर और रीवा से प्रयागराज आने-जाने वाले रास्तों पर भी जाम लगा हुआ है. यह जाम लगभग 25 किमी लंबा है. लोग 15 से 20 घंटे गाड़ियों में ही गुजार रहे हैं. संगम में डुबकी लगाने जाने वालों और वहां से लौटने वाले श्रद्धालु भूखे-प्यासे जाम खत्म होने का इंतजार कर रहे हैं.
बंद हुआ संगम स्टेशन
संगम नगरी में श्रद्धालुओं का जनसैलाब उमड़ा हुआ है. महाकुंभ में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को देखते हुए प्रयागराज संगम रेलवे स्टेशन को 14 फरवरी तक बंद कर दिया गया है. प्रशासन के मुताबिक, स्टेशन पर अत्यधिक दबाव और अव्यवस्था से बचने के लिए यह फैसला लिया गया है. अब यात्रियों को अपनी ट्रेन पकड़ने के लिए प्रयागराज जंक्शन जाना होगा. रेलवे अधिकारियों का कहना है कि भीड़ नियंत्रित होने के बाद स्टेशन को खोला जाएगा.
इधर, प्रयागराज जंक्शन पर भीड़ को मैनेज करने के लिए इमरजेंसी क्राउड मैनेजमेंट प्लान लागू किया गया. उत्तर रेलवे लखनऊ के वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक कुलदीप तिवारी ने बताया, 14 फरवरी तक प्रयागराज संगम स्टेशन बंद रहेगा.
यह भी पढ़ें: Weather Update: दिल्ली-NCR में बादल छाए रहने की संभावना,यूपी-बिहार में कोहरे का अलर्ट, जानिए आपके राज्य का हाल
ट्रेनों की संख्या बढ़ाने पर विचार
महाकुंभ में श्रद्धालुओं की बढ़ती भीड़ को देखते हुए सरकार अतिरिक्त ट्रेनों और अन्य प्रबंधों पर भी विचार कर रही है. प्रशासन ने यात्रियों से निर्देशों का पालन करने की अपील की है. इतना ही नहीं सुल्तानपुर में प्रयागराज-अयोध्या और रायबरेली-अयोध्या हाइवे पर भीषण जाम लग गया. इसमें हजारों श्रद्धालु फंस गए हैं. इनमें महिलाएं, बुजुर्ग और बच्चे भी शामिल हैं.