Diwali 2025 Special: दिवाली पर मां लक्ष्मी के इन प्रसिद्ध मंदिरों में करें दर्शन, सुख-समृद्धि का मिलेगा आशीर्वाद
भारत के प्रसिद्ध लक्ष्मी मंदिर
Diwali Pooja Temples: भारत देश में त्योहारों का सीजन आते ही लोग धार्मिक स्थलों पर दर्शन करने के लिए पहुंच जाते हैं. चाहे नवरात्रि के समय दुर्गा मंदिर हो या महाशिवरात्रि के समय शिव का दरबार, लोग त्योहारों पर भगवान के दर्शन करने के बाद ही धार्मिक पर्वों को धूमधाम से मनाते हैं. ऐसे में लोगों के मन में सवाल आता है कि दिवाली पर मां लक्ष्मी के दर्शन करने के लिए किन मंदिरों में जाया जाए, जिससे मां लक्ष्मी की कृपा जीवन में सुख-समृद्धि के लिए बनी रहे.
दिवाली पर मां लक्ष्मी की पूजा करने का विशेष महत्व
दीपावली का पर्व हिंदू धर्म में सबसे महत्वपूर्ण पर्व माना जाता है. इस दिन मां लक्ष्मी की पूजा करने को विशेष महत्व दिया गया है. लोग दिवाली के पहले घरों, दुकानों की सफाई और रंगाई-पुताई करते हैं और फिर दिवाली के दिन दीप जलाकर, लाइट लगाकर घरों और दुकानों को रोशन करते हैं. ऐसे में यदि आप दिवाली के दिन मां लक्ष्मी के मंदिरों में जाकर पूजा करने का सोच रहे हैं, तो हम आपको बताएंगे भारत के प्रसिद्ध लक्ष्मी मंदिर, जहां आप मां लक्ष्मी की पूजा करके सुख-समृद्धि का आशीर्वाद ले सकते हैं. इन मंदिरों के दर्शन करना बेहद ही शुभ माना जाता है.
दिल्ली का लक्ष्मीनारायण मंदिर
सबसे पहले नंबर पर आता है दिल्ली का लक्ष्मीनारायण मंदिर, जिसे लोग बिड़ला मंदिर के नाम से जानते हैं. बिड़ला मंदिर दिवाली के दिन मां लक्ष्मी के दर्शन करने और घूमने के लिए बहुत ही अच्छा धार्मिक स्थल माना जाता है. इस मंदिर में मां लक्ष्मी भगवान विष्णु के साथ विराजमान हैं, जिसके चलते इसे लक्ष्मीनारायण को समर्पित मंदिर माना जाता है. दिवाली के दिन बिड़ला मंदिर में विशेष पूजा-पाठ का आयोजन होता है. मंदिर परिसर को शानदार तरीके से रोशन किया जाता है. यहां दूर-दूर से भक्त पूजा करने आते हैं और धार्मिक आयोजन का लाभ लेते हैं.
चेन्नई का अष्टलक्ष्मी मंदिर
दूसरे नंबर पर आता है तमिलनाडु के चेन्नई में स्थित मां लक्ष्मी का अनोखा अष्टलक्ष्मी मंदिर, जहां मां लक्ष्मी अपने आठ स्वरूपों में विराजमान हैं और भक्तों को दर्शन देती हैं. इस मंदिर में मां के आठ स्वरूप – धन, शक्ति, ज्ञान, संतति, साहस, विजय, विद्या और भक्ति की पूजा की जाती है. मां लक्ष्मी के इस मंदिर में दिव्य माहौल देखने को मिलता है. माता के दर्शन करने यहां भक्त पूरे देश से आते हैं. बंगाल की खाड़ी के किनारे स्थित इस मंदिर में दिवाली के दिन विशेष पूजा की जाती है.
महाराष्ट्र का कोल्हापुर महालक्ष्मी मंदिर
तीसरे नंबर पर आता है महाराष्ट्र के कोल्हापुर का महालक्ष्मी मंदिर, जो माता सती के 51 शक्तिपीठों में से एक है. इस शक्तिपीठ के बारे में कहा जाता है कि इस जगह माता सती के नेत्र गिरे थे, जिसकी वजह से इस स्थान का महत्व और भक्तों के लिए बढ़ जाता है. इस मंदिर में नवरात्रि के दौरान भक्तों की भारी भीड़ देखने को मिलती है, वहीं दीपावली के दिन मंदिर को विशेष रूप से सजाया जाता है. माता लक्ष्मी को सोने, चांदी और हीरों के वस्त्रों और मालाओं से सजाया जाता है. कहा जाता है कि दीपावली के दिन मां के दर्शन करने से जीवन में कभी निराशा नहीं आती और धन-सौभाग्य बना रहता है.
ये भी पढ़ें- Dhanteras 2025 Date: कब है धनतेरस 18 या 19 अक्टूबर? जानिए सही तिथि, खरीदारी का शुभ मुहूर्त
उज्जैन का गजलक्ष्मी मंदिर
चौथे नंबर पर आता है उज्जैन में स्थित मां लक्ष्मी का 2000 साल पुराना मंदिर, जहां मां लक्ष्मी गजलक्ष्मी के रूप में विराजती हैं. इस मंदिर की प्रमुख विशेषता सफेद हाथी है, जिस पर मां लक्ष्मी विराजमान हैं. उज्जैन में यह मंदिर सर्राफा बाजार के पास स्थित है. मंदिर में दिवाली के दौरान भक्तों की लंबी लाइन देखने को मिलती है. ऐसा कहा जाता है कि इस मंदिर में दिवाली के दिन पूजा करने से मां लक्ष्मी की कृपा बनी रहती है और भक्तों को धन, वैभव और समृद्धि मिलती रहती है.
(डिस्क्लेमर: यह खबर धार्मिक मान्यताओं, ज्योतिष शास्त्र और पंचांग आधारित जानकारी पर लिखी गई है. इसका उद्देश्य केवल सामान्य जानकारी देना है. विस्तार न्यूज किसी भी ज्योतिषीय दावे की पुष्टि नहीं करता है.)