Surya Grahan 2025: 21 सितंबर को साल का आखिरी सूर्यग्रहण, जानिए ग्रहण का समय और प्रभाव
सांकेतिक तस्वीर
Surya Grahan Important Facts: इस साल का अंतिम सूर्यग्रहण 21 सितंबर को लगने वाला है यह एक अंशिक सूर्यग्रहण होगा लेकिन ऑस्ट्रेलिया के कुछ हिस्सों समेत न्यूजीलैंड और फिजी में पूरी तरह से दिखाई देगा. यह आंशिक सूयग्रहण भारत में नहीं दिखाई देगा इसके लिए कोई सूतक नहीं होगा, लेकिन इस सूर्यग्रहण का प्रभाव राशियों, वातावरण और मानव जीवन पर जरूर होगा. इस दिन सूर्य कन्या राशि में रहेगा और नक्षत्र उत्तरा फाल्गुनी होगा. सबसे बड़ी बात है कि उसी समय कन्या राशि में चंद्रमा और बुध भी रहेंगे, जिसके चलते बुधादित्य योग बनेगा.
खगोल विज्ञान की दृष्टि से यह एक महत्वपूर्ण खगोलीय घटना है, लेकिन ज्योतिष के अनुसार इसका प्रभाव राशियों, वातावरण और मानव जीवन पर पड़ता है. सूर्यग्रहण में यदि ग्रहों की स्थिति पर नजर डालें तो उस दिन शानि मीन राशि में, गुरु मिथुन में, मंगल तुला, शुक्र और केतु सिंह राशि में तथा राहु कुंभ राशि में रहेंगे.
सूर्यग्रहण का इन राशियों पर होगा प्रभाव
ज्योतिषीय दृष्टिकोण से देखा जाए तो इस ग्रहण का शुभ प्रभाव मेष, कर्क, कन्या, वृश्चिक और मीन राशि वालों के लिए शुभ संकेत लेकर आएगा. इन राशियों के लोगों को करियर में तरक्की, आर्थिक लाभ और कार्यक्षेत्र में सकारात्मक बदलाव देखने को मिल सकता है, लेकिन कुछ लोगों के जीवन में नए अवसर और आय के नए योग बन सकते हैं. परिवारिक रिश्तों में आने वाली दूरियां भी इस दौरान कम हो सकती हैं और सेहत में संतुलन बने रह सकता है.
सूर्यग्रहण का वृषभ, मिथुन, सिंह, तुला और कुंभ राशि के लिए चुनौतीपूर्ण साबित हो सकता है. इन राशियों के जातकों को स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों को झेलना पड़ सकता है. परिवारिक जीवन में विवाद की स्थिति बन सकती है. मेहनत के बावजूद सोचे हुए परिणाम नहीं मिलने से निराशा हाथ लग सकती है. इन राशियों के लोगों को इस दौरान धन संबंधी कोई बड़ा निर्णय लेने से बचना चाहिए. ज्योतिष के अनुसार इन जातकों ग्रहण के समय सूर्य मंत्र का जाप, योग और ध्यान करने की सलाह दी गई है जिससे नकारात्मक असर कम हो सके.
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कहा दिखेगा सूर्यग्रहण
भारतीय समयानुसार 21 सितंबर को होनो वाला सूर्यग्रहण 10 बजकर 59 मिनट से शुरू होगा और 22 सितंबर को सुबह 3 बजकर 23 मिनट पर समाप्त होगा. सूर्यग्रहण का समय लगभग 4 घंटे 24 मिनट का रहेगा. इस ग्रहण का चरम समय 22 सितंबर की रात 1 बजकर 11 मिनट पर होगा. आपको बता दें कि यह आंशिक सूर्य ग्रहण भारत में नहीं दिखेगा. यह केवल न्यूजीलैंड, पूर्वी ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण प्रशांत के कुछ हिस्सों में दिखाई देगा. वहीं डुनेडिन जैसे स्थानों पर सूरज का करीब 72 प्रतिशत भाग ढका हुआ दिखाई देगा.
(डिस्क्लेमर: यह खबर धार्मिक मान्यताओं, ज्योतिष शास्त्र और पंचांग आधारित जानकारी पर लिखी गई है. इसका उद्देश्य केवल सामान्य जानकारी देना है. विस्तार न्यूज किसी भी ज्योतिषीय दावे की पुष्टि नहीं करता है.)