विजय हजारे ट्रॉफी के फाइनल मैच में Karnataka ने विदर्भ को 36 रनों से हराया, 5वीं बार जीता खिताब
कर्नाटक क्रिकेट टीम
Vijay Hazare Trophy: मयंक अग्रवाल की कप्तानी में कर्नाटक ने विजय हजारे ट्रॉफी 2024-25 का खिताब जीत लिया है. फाइनल मुकाबले में कर्नाटक ने शानदार प्रदर्शन करते हुए विदर्भ को 36 रनों से हरा दिया. वडोदरा के कोटांबी स्टेडियम में खेले गए इस मैच में कर्नाटक ने एक मजबूत खेल का प्रदर्शन किया. कर्नाटक की यह जीत उसकी पांचवीं विजय हजारे ट्रॉफी जीत है, जिससे उसने इस टूर्नामेंट को सबसे ज्यादा बार जीतने के मामले में तमिलनाडु की बराबरी कर ली.
कर्नाटक की दमदार बल्लेबाजी
टॉस हारने के बाद पहले बल्लेबाजी करते हुए कर्नाटक ने 50 ओवरों में छह विकेट पर 348 रन बनाए. टीम के लिए स्मरण रविचंद्रन ने शानदार शतक जड़ा. उन्होंने 92 गेंदों पर 101 रन बनाए, जिसमें सात चौके और तीन छक्के शामिल रहे. कृष्णन श्रीजीत (78 रन, 74 गेंद) और अभिनव मनोहर (79 रन, 42 गेंद) ने भी महत्वपूर्ण योगदान दिया.
अभिनव की आक्रामक पारी में 10 चौके और 4 छक्के शामिल रहे, जिसने कर्नाटक को बड़े स्कोर तक पहुंचाने में मदद की. विदर्भ की ओर से दर्शन नालकंडे और नचिकेत भुटे ने दो-दो विकेट लिए. हालांकि, उनकी गेंदबाजी कर्नाटक के बल्लेबाजों को रोकने में नाकाम रही.
विदर्भ की संघर्षपूर्ण पारी
349 रनों के विशाल लक्ष्य का पीछा करने उतरी विदर्भ की शुरुआत अच्छी रही. ओपनर ध्रुव शौरी ने 111 गेंदों पर 110 रनों की पारी खेली, जिसमें 8 चौके और 2 छक्के शामिल थे. ध्रुव का यह शतक टूर्नामेंट में उनका लगातार तीसरा शतक था. हर्ष दुबे ने भी तेजी से रन बनाए और 30 गेंदों पर 63 रनों की तूफानी पारी खेली, जिसमें 5 छक्के और 5 चौके शामिल रहे.
हालांकि, शानदार फॉर्म में चल रहे विदर्भ के कप्तान करुण नायर फाइनल में कुछ खास कमाल नहीं कर सके और 27 रन बनाकर पवेलियन लौट गए. कर्नाटक के गेंदबाजों ने विदर्भ के बल्लेबाजों को लगातार झटके दिए. वी. कौशिक, कृष्णा और शेट्टी ने तीन-तीन विकेट लेकर विदर्भ को 48.2 ओवरों में 312 रनों पर ऑलआउट कर दिया.
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कर्नाटक का 5वां खिताब
कर्नाटक ने पहली बार 2013-14 के सीजन में विजय हजारे ट्रॉफी का खिताब जीता था और अगले सीजन में भी अपनी बादशाहत को कायम रखा. इसके बाद 2017-18, 2019-20 और अब 2024-25 में कर्नाटक ने यह प्रतिष्ठित ट्रॉफी अपने नाम की.
कर्नाटक की यह जीत इस बात का प्रमाण है कि राज्य के पास मजबूत क्रिकेट ढांचा और प्रतिभाशाली खिलाड़ियों का समूह है. मयंक अग्रवाल की कप्तानी में टीम ने पूरे टूर्नामेंट में अनुशासित और संतुलित खेल दिखाया.