MP News: कूनो से आई खुशखबरी, चीता ज्वाला ने 3 शावकों को जन्म दिया, पिछले साल नामीबिया से आए थे सभी

MP News: ज्वाला को नामीबिया से लाया गया था. उसके साथ नामीबिया से सात और चीते पिछले 17 सितंबर को लाए गए थे.

कूनो पार्क से शावकों की तस्वीर

MP News: मध्य प्रदेश में एक ओर जहां रामलला के आने का जश्न मनाया गया तो वहीं सोमवार को कूनो नेशनल पार्क से भी एक बड़ी खुशखबरी सामने आई है. दरअसल, मादा चीता ज्वाला ने  3 शावकों को जन्म दिया है. तीनों स्वस्थ बताएं जा रहे हैं. इन शावकों के पिता का नाम पवन है. इससे पहले भी ज्वाला  27 मार्च 2023 को 4 शावकों को जन्म दे चुकी हैं. उनमें से 3 की मौत हो गई थी. 

श्योपुर से शावकों की तस्वीर को खुद केंद्रीय वन मंत्री भूपेंद्र सिंह ने अपने X हैंडल पर पोस्ट शेयर की. उन्होंने वाइल्ड लाइफ के काम कर रहे लोगों को बधाई भी दी. मंत्री ने लिखा कामना करता हूं कि भारत में वाइल्ड लाइफ ऐसे ही फले-फूले. 

नामीबिया की चीता है ज्वाला-

ज्वाला को नामीबिया से लाया गया था. उसके साथ नामीबिया से सात और चीते पिछले 17 सितंबर को लाए गए थे. वहीं तीनों शावकों का पिता भी पवन वो चीता है जो कूनो से कई बाहर निकलकर विजययुर, पोहरी और फिर शिवपुरी जिले के माधव नेशनल पार्क तक पहुंच चुका है.

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पवन को 2 से 3 बार ट्रेंकुलाइज करके कूनो वापस लाया गया. वहीं सीएम मोहन यादव ने भी अपने X पोस्ट में बधाई दी है. उन्होंने लिखा है कि कूनो में नए मेहमानों का स्वागत है. उन्होंने मध्यप्रदेश को चीता स्टेट भी कहा.

चीता आशा ने 3 शावकों को दिया जन्म

इससे पहले भी श्योपुर जिले के कूनो नेशनल पार्क में 3 जनवरी को मादा चीता आशा ने तीन शावकों को जन्म दिया था. तीनों शावक पर डॉक्टर्स की टीम लगातार नजर बनाए हुए हैं क्योंकि इससे पहले कई चीतों की मौत कूनों में हो चुकी है. दरअसल, अफ्रीकी रिसर्च के अनुसार चीते के जन्म के बाद सिर्फ 5 प्रतिशत शावक ही जिन्दा रह पाते हैं. वहीं 95 प्रतिशत शावकों की मौत हो जाती है. इन में से 30 प्रतिशत ही एक महीने की उम्र पूरी कर पाते हैं. 

 

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